कोर्ट का फैसला कारगर हो पायेगा केजरीवाल के रहते?

सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार चाहे जितने भी दावे करे, लेकिन यह फैसला उलझन बढ़ाने वाला है। मसलन...

बिहार में लोक सभा चुनाव को लेकर बिछने लगी जातीय विसात

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भारत में बिहार का इतिहास विविध में से एक है। प्राचीन बिहार, जो कि मगध के रूप में जाना जाता था, 1000 वर्षो तक...

बकरीद पर विशेष- इस्लाम के लिए सबसे ज्यादा कुर्बानी बकरों ने दी है

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डॉ. अमरनाथ पेशावर के एक विद्यालय में घुसकर एक सौ बत्तीस स्कूली बच्चों की हत्या का समाचार देखकर दिल दहल गया। मानवता के इतिहास...
ओशो ने कहा था- निंदा रस का धंधा है तुम्हारी पत्रकारिता। पत्रकारों की दृष्टि ही मिथ्या हो जाती है। उनके धंधे का मतलब ही यह है कि जनता जो चाहती है, वह लाओ खोजबीन कर।

पुण्यतिथिः आधुनिक युग के  विद्रोही संन्यासी का नाम है ओशो

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नवीन शर्मा रजनीश, जो बाद में ओशो के नाम से जाने गये, वे आधुनिक भारत के सबसे चर्चित और और विवादास्पद आध्यात्मिक गुरु रहे...
लालू रिहा होंगे, यह फैसला महाधिवक्ता की राय पर निर्भर

इस तरह वोट जरूर दें कि बहुमत किसी एक दल को मिले

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पटना। लोगों को परिणाम क्या मिला ? भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी, रंगदारी, अपहरण और गुंडों को संरक्षण ! नतीज़ा जिस मंडल पर ये लोग (लालू का नेतृत्व)...
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग एक बार उठी है। नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की खस्ताहाली उजागर होने के बाद नीतीश कुमार ने अपनी पुरानी मांग रिपीट कर दी है।

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का विरोध करने वाले यह भी जान...

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बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग एक बार उठी है। नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की खस्ताहाली उजागर होने के...

जनमुद्दों की पत्रकारिता पर पत्रकारों ने किया मंथन

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रांची। सही मायने में जन मुद्दों से ही पत्रकारिता  का सरोकार है। पत्रकार की जिम्दामेवारी होती है कि वह उसे कितनी संजीदीगी से उठाता...
सुरेंद्र किशोर, वरिष्ठ पत्रकार

हिंसा के कारण हर साल 80 लाख करोड़ का नुकसान

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एक बात की कल्पना कीजिए। यदि केंद्र सरकार अपने प्रत्येक कर्मचारी के वेतन में से हर साल चार हजार रुपए की भी कटौती करने...
सूरन की सब्‍जी खाने की परंपरा के पीछे इसका चिकित्‍सकीय महत्‍व बताया जाता है। इसमें कई विटामिन्‍स और खनिज पाए जाते हैं।

दीवाली पर सूरन की सब्‍जी जरूर खाएं, छूंछूंदर बनने से बचें

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दीवाली सूरन की सब्‍जी खाने की परंपरा के पीछे इसका चिकित्‍सकीय महत्‍व बताया जाता है। इसमें कई विटामिन्‍स और खनिज पाए जाते हैं। इनमें...

प्राण की बलि भले न हो, पर मानसिक बलि ले रहा ME TOO अभियान

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आयातित विदेशी सामान आदमी के पास रहे तो वह इतराता-इठलाता है। समाज में रौब दिखाता है। लेकिन विदेश में जन्म लेकर जब MEE TOO...