पार्टियों में कार्यकर्ताओं के घटने की वजह कहीं वंशवाद तो नहीं!

0
- सुरेंद्र किशोर यह खुशी की बात है कि जिस समस्या की ओर मैं लिख-लिख  कर वर्षों से लोगों का ध्यान खींचता रहा हूं, उस...
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग एक बार उठी है। नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की खस्ताहाली उजागर होने के बाद नीतीश कुमार ने अपनी पुरानी मांग रिपीट कर दी है।

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का विरोध करने वाले यह भी जान...

0
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग एक बार उठी है। नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की खस्ताहाली उजागर होने के...
हरिवंश, राज्यसभा के उपसभापति

हरिवंश की जीत को राजग की 2019 में कामयाबी का ट्रेलर समझें

0
दीपक कुमार विपक्षी दलों के नेता जब एक जगह जमा होकर अपनी एकजुटता की बात करते हैं तो उन्हें भले आनंद आता हो, पर...
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह

कभी नफरत थी, अब सनातनी हिन्दू हो गये हैं दिग्विजय सिंह

के. विक्रम राव  कभी नफरत थी, अब सनातनी हिन्दू हो गये हैं दिग्विजय सिंह। रियासत राघोगढ़ के राजाधिराज दिग्विजय सिंह राजपुत्र आजकल हर रीति-नीति से...

बांग्ला में लेखन, पर हिन्दी में सर्वाधिक पढ़े गये शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय

0
पुण्यतिथि पर विशेष नवीन शर्मा शरत चंद्र वैसे तो मूल रूप से बांग्ला के उपन्यासकार थे, लेकिन उनकी रचनाओं के अनुवाद हिंदी भाषी लोगों में खासे...

जयंती पर विशेषः भारत की एकता के सूत्रधार सरदार पटेल

0
नवीन शर्मा आज हम भारत का जो राजनीतिक मानचित्र देखते हैं, उसे इस रूप में ढालने का सबसे अधिक योगदान सरदार वल्लभ भाई पटेल...

आपातकाल में जार्ज महज कूद-फांद कर रहे थे

0
आपातकाल के दरम्यान जार्ज फ़र्नान्डिस की गतिविधि का कोई अर्थ नहीं था। जैसे कोई युवा बगैर आगे-पीछे सोचे ‘थ्रील’ महसूस करने के लिए कुद-फाँद...

प्राण की बलि भले न हो, पर मानसिक बलि ले रहा ME TOO अभियान

0
आयातित विदेशी सामान आदमी के पास रहे तो वह इतराता-इठलाता है। समाज में रौब दिखाता है। लेकिन विदेश में जन्म लेकर जब MEE TOO...

अभी तो वेंटिलेटर से आईसीयू में आई है पोलियोग्रस्त कांग्रेस

0
के. विक्रम राव कांग्रेस 2014 चुनाव से पोलियोग्रस्त थी। वेंटिलेटर पर रही। आज दो बूँद (तीन राज्यों से) मिले तो आईसीयू में लौट आई।...
किशन पटनायक

भारत के प्रगतिशील बुद्धिजीवियों ने राष्ट्रवाद को कमजोर किया

भारत के प्रगतिशील बुद्धिजीवियों ने जान-बूझकर राष्ट्रवाद को कमजोर किया। समाजवादी चिंतक किशन पटनायक का ऐसा मानना है। सामाजिक सुधार और धर्म के संबंध...