शहीद दिवस पर विशेषः जरा याद करो सरदार भगत सिंह की कुर्बानी 

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प्रेमकुमार मणि  23  मार्च वह दिन है, जिस रोज भगत सिंह शहीद हुए थे। 28  सितम्बर 1907  को पंजाब  सूबे के बांगा में एक...

जन्मदिन के अवसर पर डा. राम मनोहर लोहिया की याद में कुछ बातें

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सुरेंद्र किशोर वर्ष 1967 में 12 अक्तूबर को लोहिया का निधन हो गया। उस समय वे करीब 57 साल के ही थे। नई दिल्ली के...

न हमेशा अतीत में जीयो और न कभी अतीत को भूलने की कोशिश करो

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कृष्णबिहारी मिश्र अतीतजीवी होना और अतीत-अभिज्ञता से रिक्त होना दो स्वतंत्र स्थितियं हैं और दोनों स्वतंत्र रूप से गलत हैं। गलत है वर्तमान सवालों...

माफिया-नेता-अफसर गंठजोड़ पर वोहरा रपट, जिस पर अमल नहीं हुआ

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सुरेंद्र किशोर वोहरा समिति ने 1993 में अपनी सिफारिश केंद्र सरकार को दे दी थी। सिफारिश आर्थिक क्षेत्र में सक्रिय लाॅबियों, तस्कर गिरोहों, माफिया...
बंगाल और असम विधानसभा चुनाव में जनेऊधारी राहुल गांधी किसी मंदिर में दिखाई नहीं पड़ रहे हैं। यह चुटकी ली पूर्व विधायक राजीव रंजन ने।

राहुल जी अपनी अलग-अलग अदाओं से रहते हैं हमेशा चर्चा में

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राहुल गांधी हमेशा ही चर्चता में बने रहते हैं। कभी प्रधानमंत्री से गले मिलने को लेकर, तो कभी संसद में आंख मारने को लेकर।...
वक्त-वक्त की बात है- 2015 की दोस्ती

लालू यादव तो भ्रष्ट साबित हो चुके हैं, फिर भी उनके इतने दीवाने क्यों...

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जे.एन. ठाकुर लालू यादव के लिए पिछड़ी जाति के लोग काफी मायने रखते हैं। पिछड़ी जाति के लोगों के लिए उन्होंने सामाजिक न्याय का...

‘राजवंशीय’ लोकतंत्र के बढ़ते कदमों के बीच एक और चुनाव 

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सुरेंद्र किशोर मशहूर पत्रकार नीरजा चैधरी ने 2003 में लिखा था कि ‘भारतीय राजनीति मात्र 300 परिवारों तक सीमित है।’ नीरजा ने यह भी...

भाजपा पर असहिष्णुता का आरोप, पर खुद कितनी सहिष्णु है माकपा?

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के विक्रष्णुम राव आरोप लगता रहा भाजपा पर कि वह असहिष्णुता से लबरेज है। अब इसी रोग ने संक्रामक बनकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को...

इतिहास से जरूर सीखिए, पर दोहराने की कोशिश से बचिए

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सुरेंद्र किशोर बाबर के पास तोप थी, किंतु राणा सांगा के पास तलवार। राणा सांगा के पास तोप होती तो शायद वे नहीं हारते।...
नेताजी सुभाष चंद्र बोस पत्रकार भी थे। यह बात नयी पीढ़ी के पत्रकारों को शायद मालूम न हो। नेताजी ने साप्ताहिक ‘फारवर्ड ब्लाक’  का संपादन किया।

जयंती पर विशेषः आज़ाद हिन्द फौज वाले नेताजी को सलाम!

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नवीन शर्मा नेताजी सुभाष बोस स्वतंत्रता संग्राम के सबसे लाजवाब हीरो हैं, लेकिन हमारे देश की सरकारों ने उन्हें उतना सम्मान नहीं दिया, जिसके...