जयंती पर विशेषः ओशो आधुनिक युग का विद्रोही संन्यासी
नवीन शर्मा
आचार्य रजनीश जो बाद में ओशो के नाम से जाने जाते हैं, वे आधुनिक भारत की सबसे चर्चित और और विवादास्पद आध्यात्मिक...
“मैं कवि हूँ, पाया है प्रकाश” पंक्ति निराला का आत्मकथन है
भारत यायावर
"मैं कवि हूँ, पाया है प्रकाश" नामक पंक्ति प्रसिद्ध कविता 'सरोज-स्मृति' में है। यह सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का आत्म कथन है। स्वयं...
अरे रामा रिमझिम बरसे बदरिया कि नांहि घरे आए संवरिया ना
मिथिलेश कुमार सिंह
सावन ने दस्तक दे दी है और हम दिमाग से मिर्जापुर में हैं। बड़े शहरों में ऐसे मौसम आनी- जानी होते...
हरिवंश नारायण सिंह करेंगे पटना में दो पुस्तकों का लोकार्पण
शुक्रवार (25 जनवरी) को पटना में दो पुस्तकों का अलग-अलग स्थानों पर लोकार्पण करेंगे राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह। पहली पुस्तक विधान पार्षद और...
साल भर लटकी रही फाइल, पर पैरवी पर दो दिन में लग गया टेलीफोन
पत्रकारीय जीवन के उतार-चढ़ाव और विविधता भरे जीवन के बारे में वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश अश्क ने अपनी प्रस्तावित पुस्तक- मुन्ना मास्टर बने एडिटर- में...
और कोलकाता में खबरों का ट्रेंड सेटर बन गया प्रभात खबर
आप लगातार पढ़ रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश अश्क की संस्मरणों पर आधारित पुस्तक मुन्ना मास्टर बने एडिटर- की धारावाहिक कड़ियां। इसी कड़ी में...
और अविनाश जी की हो गई विदाई, अश्क को मिली पटना की कमान
वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश अश्क का पटना आगमन 1997 के मध्य में हुआ और अगले पड़ाव की ओर वह जून 1999 में प्रस्थान कर गये।...
कहां गइल मोर गांव रे, बता रहे वरिष्ठ पत्रकार शेषनारायण सिंह
शेष नारायण सिंह
1975 में जब मैंने संत तुलसीदास डिग्री कालेज, कादीपुर (सुल्तानपुर) की प्राध्यापक की नौकरी छोडी थी तो एक महत्वपूर्ण फैक्टर यह...
जब जेनरल मैनेजर पंचोली जी ने अश्क को शो काज नोटिस थमाया
वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश अश्क की प्रस्तावित पुस्तक- मुन्ना मास्टर बने एडिटर- की अगली कड़ी। आपको अगर यह सीरीज पसंद आ रही है तो उनके...
और गांव की गंध छोड़ चल पड़े काली के देस कामाख्या
बहुतेरे पाठक ओमप्रकाश अश्क के वर्तमान से तो परिचित हैं, पर उनका अतीत कितना संघर्षपूर्ण रहा है, इसकी झलक उनकी प्रस्तावित पुस्तक- मुन्ना मास्टर...