और गांव की गंध छोड़ चल पड़े काली के देस कामाख्या
बहुतेरे पाठक ओमप्रकाश अश्क के वर्तमान से तो परिचित हैं, पर उनका अतीत कितना संघर्षपूर्ण रहा है, इसकी झलक उनकी प्रस्तावित पुस्तक- मुन्ना मास्टर...
बांग्ला उपन्यास की यात्रा उन्नीसवीं शती के उत्तरार्द्ध में आरंभ हुई
कृपाशंकर चौबे
बांग्ला उपन्यास की यात्रा उन्नीसवीं शती के उत्तरार्द्ध में आरंभ हुई। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय से बांग्ला उपन्यास को जीवन मिला था। उनके उपन्यास...
पटना की सविता मिश्रा बेंगलुरू में सम्मानित हुईं
बेंगलुरू। 17 जून 2018 अहिंदी भाषी कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरु में 'साहित्य परिवार' की ओर से भव्य काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें देश...
ऐसी खबर बनवाने का बोझ ढोता रहा, जिसका सच से सरोकार न था
वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश अश्क की प्रस्तावित पुस्तक- मुन्ना मास्टर, बने एडिटर- की यह कड़ी पुस्तक में दर्ज कुछ एक्सक्लूसिव तथ्यों-अंशों में से एक है।...
वासंतिक मौसम के मद्देनजर खास- निराला : एक याद या विषाद!
के. विक्रम राव
वसन्त पंचमी मतलब वाणी पुत्र कवि निराला की सालगाँठ। कौन सी थी? बहस अभी जारी रहेगी। निराला किस सदी के थे?...
कर्मेन्दु शिशिरः नवजागरण के मार्क्सवादी व्याख्याकार
हिन्दी के आलोचक- जिनका 26 अगस्त को जन्मदिन है
अमरनाथ
कर्मेन्दु शिशिर हमारे समय के अत्यंत अध्ययनशील, वैज्ञानिक दृष्टि सम्पन्न और हर परिस्थिति में अपने...
नहीं रहे नीरजः आंसू जब सम्मानित होंगे, मुझको याद किया जाएगा !
ध्रुव गुप्त
हिंदी के महाकवि गोपाल दास नीरज का देहावसान हिंदी गीतों के एक युग का अंत है। 93 साल की उम्र एक...
और अब प्रभात खबर का पटना संस्करण बना अगला पड़ाव
मुन्ना मास्टर बने एडिटर- पत्रकार ओमप्रकाश अश्क की प्रस्तावित पुस्तक हैं। इसे हम लगातार क्रमिक रूप से प्रकाशित कर रहे हैं। गुवाहाटी, रांची, कोलकाता...
घर-परिवार से दूर पहली बार साथियों संग ऐसे मना होली का त्योहार
होली का त्योहार करीब है। चुनाव की गहमागहमी ने होली की रौनक भी बढ़ा दी है। प्रसंगवश वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश अश्क की प्रस्तावित पुस्तक-...
प्रभात खबर कोलकाता में प्रचार-प्रसार का नायाब नुस्खा अपनाया
अतीत के अनुभव और वर्तमान के यथार्थ पर ही भविष्य की इबारत लिखी जाती है। इसे कई बार महसूस किया तो बाज दफा दरकिनार...