यथार्थवादी उपन्यास, ’मैला आंचल’ और ‘परती परिकथा’ जैसे उपन्यासों में लोकजीवन की अनुपम छटा चित्रित करने वाले कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु हैं।

यथार्थवादी उपन्यास हैं ’मैला आंचल’ और ‘परती परिकथा’

राजेंद्र वर्मा यथार्थवादी उपन्यास, ’मैला आंचल’ और ‘परती परिकथा’ जैसे उपन्यासों में लोकजीवन की अनुपम छटा चित्रित करने वाले कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु हैं। 4.03.1921...

बूचड़खाने में काम करके कार्निलुइस कैसे बने पत्रकार, पढ़िये ‘निराला’ के इस लेख में

पेशे से पत्रकार हैं और आदिवासी विषयों पर रिपोर्टिंग करते हैं रांची: कल मैं कार्निलुइस मिंज को सुन रहा था। उम्र के हिसाब से कार्निलुइस...

राजकिशोर को लोगों ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि

वरिष्ठ पत्रकार राजकिशोर निधन पर साहित्यकारों, पत्रकारों, प्राध्यापकों ने अलग-अलग तरीके से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। पेश हैं उनके उद्गार, जो सोशल मीडिया...
ओमप्रकाश अश्क

जब जेनरल मैनेजर पंचोली जी ने अश्क को शो काज नोटिस थमाया

वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश अश्क की प्रस्तावित पुस्तक- मुन्ना मास्टर बने एडिटर- की अगली कड़ी। आपको अगर यह सीरीज पसंद आ रही है तो उनके...
ओमप्रकाश अश्क

प्रभात खबर से मेरे इस्तीफे ने जीवनदान दिया अविनाश जी को

0
वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश अश्क की संस्मरणों पर आधारित पुस्तक का एक अंश सहमति और संवाद का साथ मिल जाये तो जीवन में किसी तरह की...

दंगा रोकने निकले पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी का मिला था शव

0
जयंती पर विशेष नवीन शर्मा कलम की ताकत क्या होती है और निडर और निष्पक्ष पत्रकारिता किस तरह की जा सकती है, इसकी प्रेरणा हम...

शैलेश मटियानी को हममें से कितने लोग जानते हैं?

इतनी कहियो जायि मिथिलेश कुमार सिंह शैलेश मटियानी को हममें से कितने लोग जानते हैं? सौ, दो सौ, चार सौ या हजार-दो हजार। यही न?...

रमेश चंद्र की कहानीः बेज़ुबान                ...

जनता एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से घण्टे भर विलंब से चल रही थी। गोरखपुर गुजरा तो अपनी माटी की महक आने लगी। गंगा ने...
मैथिली 8वीं अनुसूची में हिन्दी के पाठ्यक्रम में विद्यापति क्यों? यह सवाल उठाया है कलकत्ता यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अमरनाथ ने। उनके सवाल में दम भी है।

मैथिली 8वीं अनुसूची में हिन्दी के पाठ्यक्रम में विद्यापति क्यों?

0
अमरनाथ मैथिली 8वीं अनुसूची में हिन्दी के पाठ्यक्रम में विद्यापति क्यों? यह सवाल उठाया है कलकत्ता यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अमरनाथ ने। उनके सवाल में...
कविता होने की तीन शर्तें पूरा करती हैं नीरेंद्रनाथ चक्रवर्ती की कविताएं। नीरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने कहा था कि महान कविता में तीन विशेषताएं होती हैं।

नीरेंद्रनाथ चक्रवर्ती की कविताएं कविता की तीन शर्तें पूरा करती हैं

कविता होने की तीन शर्तें पूरा करती हैं नीरेंद्रनाथ चक्रवर्ती की कविताएं। नीरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने कहा था कि महान कविता में तीन विशेषताएं होती...