पुण्य तिथि पर विशेषः राम मनोहर लोहिया एक फ़कीर
के. विक्रम राव
दौर अभी बाकी था, मकता अभी अधूरा रह गया। कहते कहते वह सो गया, तो सुनने वालों को सन्नाटे ने चौंका...
माफिया-नेता-अफसर गंठजोड़ पर वोहरा रपट, जिस पर अमल नहीं हुआ
सुरेंद्र किशोर
वोहरा समिति ने 1993 में अपनी सिफारिश केंद्र सरकार को दे दी थी। सिफारिश आर्थिक क्षेत्र में सक्रिय लाॅबियों, तस्कर गिरोहों, माफिया...
शून्य की ओर बढ़ते बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
वैसे राजनीति में किसी के बारे में अगर कह दिया जाए की फलां शून्य की ओर बढ़ रहा है तो लोग अनायास ही उसके...
इतिहास से जरूर सीखिए, पर दोहराने की कोशिश से बचिए
सुरेंद्र किशोर
बाबर के पास तोप थी, किंतु राणा सांगा के पास तलवार। राणा सांगा के पास तोप होती तो शायद वे नहीं हारते।...
1984 के सिख विरोधी दंगों पर यकीनन राहुल गांधी का बयान बचकाना
जयशंकर गुप्त
आज लिखना तो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते, रक्षाबंधन के बारे में चाह रहा था, लेकिन 1984 के सिख विरोधी दंगों के बारे...
नीतीश की चुप्पी किसी बड़े तूफान का संकेत तो नहीं
नीरज सिंह
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हफ्ते भर से चुप हैं। आधिकारिक तौर पर यही एक लाइन की सूचना छन कर बाहर आयी...
धारा 370 पर दिग्विजय सिंह के बयान से कांग्रेस का ही नुकसान
धारा 370 पर बयान देकर दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस को नुकसान तो पहुंचाया ही है, कांग्रेस को कमजोर भी किया है। वैसे भी कांग्रेस...
आपातकाल में जार्ज महज कूद-फांद कर रहे थे
आपातकाल के दरम्यान जार्ज फ़र्नान्डिस की गतिविधि का कोई अर्थ नहीं था। जैसे कोई युवा बगैर आगे-पीछे सोचे ‘थ्रील’ महसूस करने के लिए कुद-फाँद...
कुमार कालिका सिंह ने जलाई थी स्वतंत्रता संग्राम की मशाल
राज घराने से ताल्लुक रखने वाले कालिका हीरा जी के नाम से रहे मशहूर
पकड़े जाने पर कुमार कालिका ने न्यायालय में ऐसा...
बेईमान संयुक्त राष्ट्र और बेईमान पत्रकारिता को धिक्कार है…
भारतीय मीडिया में राष्ट्रहित की अक्ल होती तो क्या ऐसा होता! देश और समाज के हित में क्या छापना है, क्या नहीं छापना, इसकी सूझबूझ...