सावधान! तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे वोटों के सौदागर

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नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव का समय ज्यों-ज्यों करीब आ रहा है, वोटों के सौदागर तरह-तरह के हथकंडे अपनाने लगे हैं। कहीं ईवीएम का जिन्न बाहर निकल रहा है तो कहीं शादियों के निमंत्रण पत्रों पर मोदी के समर्थन में कशीदे काढ़े जा रहे हैं। वोट लुटेरे अब विदेशों में EVM विरोधी अभियान चला रहे हैं। चुनाव का मैदान लोकसभा के क्षेत्र नहीं और प्रचार के लिए जनसंपर्क अब उतना महत्पूर्ण नहीं रह गया है, जितना पहले होता था। अब तो सारी चुनावी लड़ाई का स्थल सोशल मीडिया बना गया है। वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण बागी अपने फेसबुक वाल पर लिखते हैं- वोटों के लुटेरे एक बार फिर गोलबंद होने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें भारत विरोधी विदेशी ताकतें भी उनका सहयोग कर रही हैं। इस साजिश में अनेक राजनेता भी शामिल हैं। EVM को हैक करने का हल्ला, वोट लुटेरों की ही चाल है। लंदन में स्काइप के जरिये प्रेस कांफ्रेंस करने वाला सैयद सूजा भी इसी गिरोह का मोहरा है। भारत में मुंह की खाने के बाद ये वोट लुटेरे अब विदेशों में EVM विरोधी अभियान चला रहे हैं। यह भारत और भारतीय लोकतंत्र के खिलाफ एक बड़ी साजिश है।

अपने 33 वर्षों के पत्रकारिता जीवन में मैंने प्रधानमंत्री से लेकर नक्सलियों तक की प्रेस कांफ्रेंस कवर की है। इसमें एक भी प्रेस कांफ्रेंस ऐसा नहीं था, जिसे किसी नकाबपोश ने संबोधित किया हो। अलबत्ता पुलिसवाले जरूर अपराधियों को नकाब पहना कर प्रेस के सामने पेश करते हैं। नकाबपोश की कोई विश्वसनीयता नहीं होती। पता नहीं, सैयद सूजा को नकाब पहनने के लिए किसने विवश किया?

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यूपी विधानसभा चुनाव हारने के बाद सबसे पहले मायावती ने EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाया था, लेकिन कोई प्रमाण नहीं दिया था। फिर नरेंद्र मोदी के हाथों पिटे कांग्रेस समेत अन्य दलों ने मायावती के सुर में सुर मिला कर EVM हैकिंग का शोर मचाया। लेकिन जब चुनाव आयोग ने EVM हैक करके दिखाने के लिए उन्हें आमंत्रित किया तो सभी बयानबाज भाग खड़े हुए। तब के मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने 3 जून 2017 को 10 बजे से 2 बजे के बीच सभी दलों को चुनाव आयोग के दफ्तर में आकर EVM हैक करने का खुला आमंत्रण दिया था। तब सिर्फ CPM और NCP के नेता ही पहुंचे, लेकिन उन्होंने कहा कि वे मशीन हैक करने नहीं, बल्कि EVM की प्रक्रिया समझने आये हैं।

तब सूजा भी किसी बिल में छुपे हुए थे। चुनाव आयोग के सामने जब कोई EVM को हैक करने नहीं आया। तब ही आरोप का मिथ्यापन उजागर हो गया था। तब कुछ समय के लिए यह ,अभियान ठंडा पड़ गया था। अब चुनाव निकट देख कर एक बार फिर EVM को संदिग्ध बताने का हल्ला किया जा रहा है। वोट लुटेरों को EVM रास नहीं आ रहा, क्योंकि इससे वोटों की लूट या बूथ लूट बंद हो गई है। उनका रोजगार छीन गया है। वे फिर से बैलेट पेपर से वोटिंग चाहते हैं।

जरा उस दौर को याद कीजिये, जब मतपत्रों से वोटिंग होती थी। कैसे बूथ के बूथ कब्जा किये जाते थे और मतपत्रों की लूट होती थी। रिजल्ट आने में 4-5 दिन लगते थे। वोट लुटेरे बूथों का ठेका लेते थे। बम-गोली चला कर वोट लूटे जाते थे। वोट लुटेरे सरकार तक बनवाते थे। बिहार, यूपी, बंगाल में हिंसा का नंगा नाच होता था। सहमे लोग घरों में बंद रहने में ही भलाई समझते थे। भला हो टीएन शेषन, केजे राव, EVM और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का, जिसके चलते वोट लुटेरों का राज खत्म हुआ और देश में सच्चा लोकतंत्र स्थापित हुआ। वोट प्रतिशत बढ़ा। मतदाता वोट देने के लिए कतारबद्ध होने लगा।

वोट लुटेरों के माध्यम से सत्ता हासिल करनेवालों को यह स्थिति सहन नहीं हो रही। सत्ता जाने की बेचैनी उन्हें परेशान किये है। तो दूसरी तरफ वोट लुटेरों की कमाई बंद हो गई। अब दोनों मिल कर फिर से पुरानी व्यवस्था लागू कराने के लिए षडयंत्र रचे हुए हैं। EVM पर हल्ला उसी षड़यंत्र का हिस्सा है। मतदाताओं को इससे सतर्क रहने की जरूरत है।

निमंत्रण-पत्र पर राफेल, पीएम ने कहाशानदार

पत्रकार राणा अमरेश सिंह के मुताबिक राफेल लड़ाकू विमान डील को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में चल रहे वार-पलटवार के बीच गुजरात के एक नव दंपत्ति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हौसला बुलंद किया है। सूरत के रहनेवाले नवदंपत्ति को सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुभकामनाएं मिलीं। दोनों बेहद खुश और जोश से लबालब हैं। प्रधानमंदी ने ई-मेल के माध्यम से नव दंपत्ति की माता के नाम से चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में निमंत्रण-पत्र की दोनों ओर राफेल की जिक्र के लिए नरेंद्र मोदी ने शानदार बताया है। मोदी ने नवदंपत्ति की मंगल और सुखद लंबी जीवन की कामनाएं की हैं। उन्होंने इसे देश के लिए अथक परिश्रम करने वाला मैसेज बताया।

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नरेंद्र मोदी नीत भाजपा सरकार पर विपक्ष राफेल डील को लेकर लगातार हमलावार है। आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्ष इसे मुख्य मुद्दा भी बनाया है। ऐसे में नरेंद्र मोदी समर्थक विचलित व असहज हैं। सूरत के रहनेवाले युवराज पोखर्ना व साक्षी अग्रवाल ने अपनी शादी के निमंत्रण पत्र में राफेल की जिक्र करते हुए नमो को समर्थन करने की अपील कीं। न सिर्फ अपील, बल्कि उन्हें आर्थिक मदद करने की गुजारिश की है। निमंत्रण पत्र की दोनों ओर राफेल की तस्वीरें हैं। इसे अन्य लड़ाकू विमान से कहीं श्रेष्ठ और उत्कृष्ट तकनीक वाला बताया गया है।

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युवराज पोखर्ना ने मीडिया को बताया कि नरेंद्र मोदी पर राफेल को लेकर हो रहे हमले से हम लोग व्यथित हैं। इसलिए हम दोनों ने अपने निमंत्रण-पत्र में नमो को समर्थन देने की अपील करने का निर्णय लिया। निमंत्रण-पत्र के मुख्य पृष्ठ पर “शांति बनाएं और नमो पर विश्वास कायम रखें” लिखा हुआ है। इसमें राफेल को साधारण विमान से अलग और गोले-बारूद से लैश बताया गया है।

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