संकट में कर्नाटक की जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार

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दो विधायकों ने पाला बदला, कांग्रेस के पांच विधायक लापता

नयी दिल्ली। कर्नाटक सरकार के दो निर्दलीय विधायकों ने मौजूदा कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। इससे एक साल पुरानी  एचडी कुमारस्वामी सरकार आईसीयू में जाती दिख रही है। सरकार से समर्थन लेने वाले निर्दलीय विधायक एच नागेश और केपीजेपी केआर शंकर ने मीडिया को बताया कि जेडीएस-कांग्रेस की सरकार हर मुद्दे पर असफल और अक्षम रही है। इसलिए वे अब सूबे में भाजपा की स्थायी सरकार बनाने में समर्थन देना चाहते हैं। इस बीच कांग्रेस के पांच विधायक राजधानी बेंगलुरु से लापता बताये जाते हैं।

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उधर मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी व भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने एक दूसरे पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। बताया जाता है कि कांग्रेस के पांच विधायक मुंबई में डेरा डाले हुए हैं और वे सभी कथित रूप से भाजपा के संपर्क में हैं। इससे सूबे की गठबंधन सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। 224 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 104 विधायक, कांग्रेस के 70, जेडीएस के 39 और बसपा, केपीजेपी और निर्दलीय के एक-एक विधायक सरकार में शामिल हैं। सरकार चलाने के लिऐ 113 का आंकड़ा चाहिए, जो फिलहाल जेडीएस-कांग्रेस के पास है। अगर कांग्रेस के मुंबई में डेरा डाले विधायक पाला बदलते हैं तो सरकार के लिए मुश्किल हो सकती है।

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दूसरी ओर भाजपा के बीएस येदियुरप्पा ने दिल्ली के पास गुरुग्राम में अपने 104 विधायकों के साथ रिसोर्ट में बैठक की। उन्होंने कहा कि जेडीएस-कांग्रेस उनके विधायकों को लालच देकर तोड़ना चाहती हैं। ऐसा ही आरोप सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार ने भी भाजपा पर लगाया है। येदियुरप्पा ने उन खबरों को खारिज कर दिया कि सरकार गिराने के लिए उनकी पार्टी “आपरेशन कमल “में लगी हुई है।

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