प्रफुल्ला मिंज की कविताएं…..
आज जिस कवि को हम आपके समक्ष लेकर आए हैं, उसकी कविताओं का रंग चाय के रंग में घुला हुआ है। उत्तर बंगाल के...
एमलिन बोदरा की सादरी भाषा में लिखी कविताएं……
उत्तर बंगाल के चाय बागानों में नयी रचनात्मक पौध खड़ी हो रही है। इसमें एमलिन बोदरा एक खास नाम है। एमलिन कविताएं लिखती हैं।...
कर्मेन्दु शिशिरः नवजागरण के मार्क्सवादी व्याख्याकार
हिन्दी के आलोचक- जिनका 26 अगस्त को जन्मदिन है
अमरनाथ
कर्मेन्दु शिशिर हमारे समय के अत्यंत अध्ययनशील, वैज्ञानिक दृष्टि सम्पन्न और हर परिस्थिति में अपने...
“चांदखोल पर थाप’ यानि बात निकलेगी तो दूर तलक जायेगी!
रामदेव सिंह
"चांदखोल पर थाप' कवि और निबंधकार राजमणि मिश्र की यह किताब लगभग एक वर्ष से मेरे सफरी बैग में सफर करती रही...
सुधांशु शेखर की कविता- कब निकलेगा समाधान प्रिये !
सुधांशु शेखर
इस लॉक डाउन के चंगुल से
कब निकलेगा समाधान प्रिये !
तुम लॉक डाउन की बढ़ती डेट
मैं वस्तु का घटता दाम प्रिये !
तुम ग्रीन...
रवि यज्ञसेनी की 2 कविताएं- पापा अब परदेश न जाना/ अब ना जाओ दूर...
रवि यज्ञसेनी
पापा अब परदेश ना जाना
हम रूखा-सूखा खा लेंगे।
दूर हुए अपने गाँवो से,
दूर खेत-खलिहानों से,
दूर तीज-त्योहार हुए,
और बासंती मेलों से।
पापा मेरी फिक्र ना...
कुमार जगदलवी की कविता- लड़ो या मरो………
कुमार जगदलवी
सामने खतरा था
मैं उससे लड़ सकता था
मगर ज़ेहन ने कहा
काहे को लड़ना
लड़ने पर जोखिम है
बेहतर है कि
मैं रास्ता बदल लूं
मैंने रास्ता बदल...
अभय परमहंस की दो कविताएं………………………..
अभय परमहंस का मूल नाम अभयानंद शुक्ल। मूल निवासी उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद के। वर्ष 1989 से लखनऊ (उत्तर प्रदेश में पत्रकारिता)। सम्प्रति...
विष्णुकांत शास्त्रीः आलोचना के मशहूर हस्ताक्षर
अमरनाथ
विष्णुकांत शास्त्री हिन्दी के आलोचना के मशहूर हस्ताक्षर रहे हैं। हिन्दुत्ववादी आलोचक प्रो. विष्णुकान्त शास्त्री। वे यूपी के राज्यपाल भी रहे। राजनीति, साहित्य और...
मैला आँचल का संदेश क्या है, आइए जानते हैं इस बारे में
भारत यायावर
मैला आँचल का संदेश क्या है? यह जानने के पहले यह जानना जरूरी है कि मैला आँचल क्या है? मैला आँचल भारत माता...