किरिया पर जाई, माई-बाप मर जाई...। मलिकाइन के पाती ढेर दिन पर आइल बा। पाती के शुरुआत अबकी एही लाइन से मलिकाइन कइले बाड़ी।

मलिकाइन के पातीः होइहि सोइ जो राम रचि राखा…..

मलिकाइन के पाती आइल बा। लिखले बाड़ी- होइहि सोइ जो राम रचि राखा, को करि तर्क बढ़ावे साखा। ह लाइन से मलिकाइन कोरोना से...

लल्‍लू की लैला फिल्‍म है मनोरंजन का जखीरा

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पटना : भोजपुरी सुपर स्‍टार दिनेशलाल यादव निरहुआ ने अपनी आने वाली कॉमेडी थ्रिलर फिल्‍म ‘लल्‍लू की लैला’ को मनोरंजन का जखीरा बताया। यह फिल्‍म इस...

अभिनेत्री सीमा सिंह ने बिहार के कला प्रेमियों को दिया तोहफा

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पटना में हुई सीमा सिंह एकेडमी की शुरुआत, प्रशिक्षण व काम के लिए बाहर जाने की जरूत नहीं पटना। रविवार को राजपुल स्थित सरस्वती बसंत...
किरिया पर जाई, माई-बाप मर जाई...। मलिकाइन के पाती ढेर दिन पर आइल बा। पाती के शुरुआत अबकी एही लाइन से मलिकाइन कइले बाड़ी।

मलिकाइन के पाती- लोग अइसन जान देता, बुझाता घोंधा में बसल बा परान

मलिकाइन के पाती ढेर दिन बाद आइल बा। लिखले बाडी़- लोग अइसन जान देता, बुझाता घोंधा में बसल बा परान। रोज-रोज लोग के जान-परान...
भिखारी ठाकुर की कल जयंती है. उनकी जयंती पर संजीव के ​उपन्यास 'सूत्रधार' के एगो अंश के भोजपुरी अनुवाद कइले बाड़े निराला​ बिदेसिया

भिखारी ठाकुर के जयंती पर उनका के एह तरे इयाद कइले निराला

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भिखारी ठाकुर के काल्ह जयंती ह. उनका जयंती पर संजीव के ​उपन्यास 'सूत्रधार' के एगो अंश के भोजपुरी अनुवाद कइले बाड़े निराला​ बिदेसिया बबुआइन बाबू...
किरिया पर जाई, माई-बाप मर जाई...। मलिकाइन के पाती ढेर दिन पर आइल बा। पाती के शुरुआत अबकी एही लाइन से मलिकाइन कइले बाड़ी।

मलिकाइन के पाती- बेशवा रूसल त घरवो बांचल

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मलिकाइन आपन पाती आदतन एहू बेर कहाउते से शुरू कइले बाड़ी। लिखले बाड़ी- बेशवा रूसल त घरवो बांचल। पाती पढ़ला के बाद माने बुझाई।...

मलिकाइन के पातीः चले के लूर ना अंगनवें टेढ़

पांव लागीं मलिकार। केतना दिन से सोचत रहनी हां कि आज पाती पठायेब, काल्ह पठायेब, बाकिर जाड़ अइसन केंकुरा दिहले रहलस हा कि कवनो लिखनीहारे...

जीवन के अनुभव हमें बहुत कुछ सिखा जाते हैंः मनोज तिवारी

भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष, सांसद, भोजपुरी फिल्मों के मेगास्टार तथा लोकप्रिय गायक मनोज तिवारी  का बचपन तंगहाली में बीता। पिता ने दुनिया को...
किरिया पर जाई, माई-बाप मर जाई...। मलिकाइन के पाती ढेर दिन पर आइल बा। पाती के शुरुआत अबकी एही लाइन से मलिकाइन कइले बाड़ी।

मार बढ़नी रे-मार बढ़नी, कोरोनवा कुलच्छनी के मार बढ़नी

मार बढ़नी रे-मार बढ़नी, कोरोनवा कुलच्छनी के मार बढ़नी। मलिकाइन के पाती एम शफी के लिखल आ रिंकू भारती के गावल गीत से शुरू...
गांव का एक दृश्यः तसवीर बाबूलाल जी

मलिकाइन लिखले बाड़ी- हंसुआ के बियाह में खुरपी के गीत

मलिकाइन लिखले बाड़ी- हंसुआ के बियाह में खुरपी के गीत। नेता लोग वोट खातिर ऊ कुल बोले लागल बा लोग, जवना के जरूरते नइखे।...