अखबार की ‘साख’ से कभी मत खेलना, कहते थे नरेंद्र मोहन
निशिकांत ठाकुर
अखबार की ‘साख’ से कभी मत खेलना। यह नसीहत अक्सर ‘दैनिक जागरण’ के प्रधान संपादक स्व. नरेंद्र मोहन जी सहकर्मियों को दिया...
चुपचाप चला गया संघर्ष की प्रेरणा देने वाला मसीहा जार्ज फर्नांडीस
नयी दिल्ली। वरिष्ठ समाजवादी नेता और पूर्व रक्षा मंत्री जार्ड फर्नींडीस का 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। पिछले एक दश्उक से...
सईदा खान की ट्रेजिडी भरी दास्तां सुन रूह कांप जाती है
वीर विनोद छाबड़ा
सईदा खान की ट्रेजिडी भरी दास्तां सुन कर रूह कांप जाती है। साठ के सालों में एक्ट्रेस होती थीं, सईदा ख़ान।...
चन्द्रशेखर के बारे में अटल विहारी वाजपेयी ने क्या कहा था, जानें
चन्द्रशेखर के बारे में अटल विहारी वाजपेयी ने अपने अंदाज में कहा था, ’चन्द्रशेखर जी एक कुशल वक्ता हैं, परन्तु जब ग़ुस्से में होते...
जयंती पर विशेष- हीरो से भी ज्यादा पैसे लेते थे खलनायक प्राण
नवीन शर्मा
हिंदी सिनेमा के सौ साल से लंबे इतिहास में वैसे तो दर्जनों खलनायक हुए हैं। उनमें से प्राण एक खास स्थान रखते...
विज्ञान की नजर में भारतीय भाषाएं और सर्वांगीण स्वास्थ्य
डॉ. मनोहर भण्डारी
पढ़ने में यह अटपटा और अविश्वसनीय लगेगा कि भारतीय भाषाएं पढ़ने से सर्वांगीण स्वास्थ्य का क्या कोई नाता भी हो...
कभी परदे पर धूम मचाने वाली अभिनेत्रियों में शुमार थीं माला सिन्हा
वीर विनोद छाबड़ा
कभी परदे पर धूम मचाने वाली अभिनेत्रियों में माला सिन्हा का नाम बड़े चाव से लिया जाता था। उन्होंने खुद को...
और जब बटुकेश्वर दत्त ने पटना में बस के लिए परमिट मांगा
अनूप नारायण सिंह
पटना। जी, उसी बटुकेश्वर दत्त की बात कर रहे हैं, जिन्होंने भगत सिंह के साथ दिल्ली असेंबली में बम फेंका था...
कमलेश्वर ने कहा थाः साहित्य जड़ है तो प्रिंट मीडिया तना है
कृपाशंकर चौबे
कमलेश्वर (6 जनवरी 1932- 27 जनवरी 2007), ख्यातिलब्ध साहित्यशिल्पी का प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया और सिनेमा विधा में विपुल योगदान है। उन्होंने...
जयंती पर विशेषः भारत की एकता के सूत्रधार सरदार पटेल
नवीन शर्मा
आज हम भारत का जो राजनीतिक मानचित्र देखते हैं, उसे इस रूप में ढालने का सबसे अधिक योगदान सरदार वल्लभ भाई पटेल...