वैशाली के महनार में मुठभेड़, 3 अपराधी ढेर, गया में नक्सली उत्पात

0
459
वैशाली में मुठभेड़ के वक्त जुटे पुलिस के जवान

कैमूर में फायरिंग में 2 मारे गये, गया में नक्सलियों ने स्कूल उड़ाया

पटना। बिहार में शनिवार का दिन बेखौफ अपराधियों के नाम रहा। गया में नक्सलियों ने स्कूल भवन को उड़ा दिया। कैमूर जिले में आपसी रंजिश में एक पक्ष द्वारा चलाई गई गोली से 2 लोगों की मौत हो गई और महिला समेत दर्जन भर लोग घायल हो गये। सभी की हालत गंभीर बतायी जाती है। आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी के वाहन सहित पोलिसर मशीन को फूंक दिया। उधर वैशाली जिले के महनार दियारा क्षेत्र में अपराधी-पुलिस मुठभेड़ में 3  अपराधियों के ढेर होने की खबर है। गोलियों की तड़तड़ाहट से बहलोलपुर दियारा का इलाका थर्रा उठा। गोलीबारी में तीन अपराधी मारे गये तो तीन गिरफ्तार भी हुए हैं। कई और के घायल होने की सूचना है।

यह भी पढ़ेंः मलिकाइन के पातीः एही के कहल जाला- ढेर जोगी मठ के उजार

- Advertisement -

नए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के गोली का जवाब गोली से देने संबंधी स्पष्ट निर्देश के बाद पुलिस की बंदूकें अब गरजने लगी हैं। वैशाली जिले के महनार थाना अंतर्गत बहलोलपुर दियारा में एसटीएफ और अपराधियों के बीच मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी सरगना शहीत 3 मारे गए हैं। मौके से पुलिस में भारी मात्रा में आग्नेयास्त्रों को को बरामद किया है। पूरे क्षेत्र को पुलिस ने घेर लिया है और अनय अपराधियों की गिरफ्तारी करने और हथियारों के जखीरे को बरामद करने के लिए सघन अभियान चला रही है। वैशाली के एसपी मानव जीत सिंह ढिल्लो पूरे दल-बल के साथ मौके पर मौजूद हैं और एसटीएफ की टीम के साथ छापेमारी जारी है।

यह भी पढ़ेंः विंटेज ब्यूटी के नाम से मशहूर हो गयी थीं शकीला 

जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि वैशाली जिले के महनार थाना क्षेत्र के बहलोलपुर दियारा में कई कुख्यात अपराधी बड़े अपराध की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही पटना की एसटीएफ के साथ पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। आज सुबह कार्रवाई शुरू होते ही अपराधियों की तरफ से जबरदस्त फायरिंग की जाने लगी। इसके जवाब में पुलिस ने भी जम कर गोलियां बरसाईं। 3 घंटे से अधिक समय तक चली मुठभेड़ में तीन अपराधी मारे गए।

यह भी पढ़ेंः घर-परिवार से दूर पहली बार साथियों संग ऐसे मना होली का त्योहार

पुलिस ने मौके से दो एके-47 हथियार और गोलियां  बरामद किये हैं। वहीं आधा दर्जन से अधिक अपराधियों के गोली लगने की जानकारी है, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है। वैशाली के आरक्षी अधीक्षक मानव जीत सिंह ढिल्लों ने ऑपरेशन जारी रखने की बात कही है।

यह भी पढ़ेंः ममता बनर्जी के विधायक अर्जुन सिंह भाजपा से लड़ेंगे चुनाव

समस्तीपुर और पटना जिले की सीमा का क्षेत्र महनार थाना के बहलोलपुर दियारा बलुआ टोला में शनिवार की सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट ने लोगों को गहरी नींद से जगा दिया। स्थानीय लोग थर-थर कांपने लगे। लोगों ने जब देखा कि हर तरफ पुलिस ही पुलिस दिखाई दे रही है, तब लोगों को माजरा समझ में आया। पुलिस व अपराधियों में मुठभेड़ हो रही थी। गोलीबारी वाले क्षेत्र के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार कई घंटे तक पुलिस व अपराधियों में गोलीबारी होती रही।

एसटीएफ के जवानों ने मुठभेड़ में गोल्ड लुटेरा मनीष सिंह व उसके दो साथियों को ढेर कर दिया। मनीष कई राज्यों में सोना लूट की घटना को अंजाम दे चुका था। वह जयपुर, कोटा, कोलकाता समेत कई शहरों में सोना लूट की वारदात को अंजाम दे चुका था। राजस्थान से लूटे गए सोने के बंटवारे के लिए दियारा इलाके में अपराधी जुटे थे। साथ-साथ यह भी बताया जा रहा है कि एसटीएफ ने इस दौरान घटनास्थल से  दो एके- 47 राइफल समेत कई हथियार और गोली  बरामद किये  हैं।

यह भी पढ़ेंः भाजपा से शत्रुघ्न सिन्हा गये, आर.के. सिन्हा पटना साहिब से लड़ेंगे

सूत्र यह भी बताते हैं कि बड़ी संख्या में अपराधी दियारा इलाके में छिपे हुए थे। जानकारी मिलते ही एसटीएफ की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस की भनक मिलते ही अपराधी फायरिंग करने लगे। जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने भी फायरिंग की, जिसमें तीन अपराधी मारे गये और कई अपराधी गोली लगने से घायल हैं। मौके से भागे अपराधियों को पकड़ने के लिए एसपी वैशाली मानवजीत सिंह ढिल्लो, एसडीओ मनोज प्रियदर्शी, डीएसपी रजनीश कुमार, थानाध्यक्ष उदयशंकर सहित एसटीएफ व पुलिस के जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।

मारे गये अपराधियों के तार राजस्थान के सोना लूट कांड से जुड़े बताये गये हैं।  मारे गए तीनों अपराधियों की शिनाख्त मनीष सिंह थाना- राघोपुर (वैशाली), अब्दुल इमाम थाना- मनियारी (मुजफ्फरपुर) और अब्दुल अमन समस्तीपुर के रूप में हुई है। बाकी जो तीन अन्य गिरफ्तार हुए हैं, उनमें विनोद कुमार सिंह थाना जुड़ावनपुर, मुकेश कुमार सिंह थाना सालीमपुर, पटना और बच्चु शाह थाना महनार, वैशाली शामिल हैं।

यह भी पढ़ेंः आनंदलोक, डीके सराफ, डा. रामपुरिया और बीमार मेरा साथी

- Advertisement -