बिहार में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाले बख्शे नहीं जाएंगे

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  • सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले असमाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखी जाएगी
  • 21 सितंबर को होने वाले मुहर्रम पर्व में प्रेम, भाईचारा, शांति, सद्भाव को लेकर बैठक

बेगूसराय (नंद किशोर सिंह)। मुहर्रम के मौके पर प्रेम, भाईचारा, शांति, सद्भाव और विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए जिलाधिकारी राहुल कुमार शांति समिति के साथ बैठक की। बैठक में पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार, एडीएम ओमप्रकाश प्रसाद, एएसपी मिथिलेश कुमार के अलावा सभी अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस अधीक्षक जनप्रतिनिधियों के साथ उपस्थित थे।

जिलाधिकारी राहुल कुमार ने कहा कि मुहर्रम का पर्व दोनों संप्रदाय के लोग आपसी भाईचारे एवं प्रेम के साथ इस पर्व को मनाएं, यह सुनिश्चित कराया जाये। 21 सितंबर को मुहर्रम का त्यौहार है। इसमें हर हाल में कानून व्यवस्था एवं शांति की पूर्ण व्यवस्था जिले में रहेगी। कानून तोड़ने वाले, सामाजिक तनाव पैदा करने वाले, सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाले एवं सोशल मीडिया पर गलत अफवाह फैलाने वाले असामाजिक एवं उपद्रवी तत्वों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाने वाले और असामाजिक तत्वों पर इस बार पैनी नजर रखी जाएगी तथा वैसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी लोगों से कहा कि मुहर्रम में संपूर्ण सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने हेतु सभी लोग मिलकर काम करें, ताकि किसी भी परिस्थिति  में कोई मामला तूल न पकड़े। इसके लिए शांति समिति के सदस्यों से पूर्ण प्रयास करने का आग्रह उन्होंने किया। उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों एवं डीएसपी से अपने अपने क्षेत्र में शांति समिति की बैठक कर इसकी गहन समीक्षा करने को कहा। पूर्व में किसी घटित घटना का अगर कोई इतिहास रहा हो तो उस जगह पर विशेष निगरानी एवं अनुश्रवण करना सुनिश्चित करने का निर्देश अपने अधिकारियों को दिया।

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जिलाधिकारी ने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि सर्वदलीय प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर सांप्रदायिक एकता बनाए रखने के लिए लोगों से अपील करें और अपने अपने दल के कार्यकर्ताओं को समाज में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रेरित करें।

इंटरनेट की सेवा बंद करना जनहित में ठीक नहीं : एसपी आदित्य कुमार ने जनप्रतिनिधियों के सवाल के जवाब में कहा कि सभी सदस्यों की यह भावना है कि इंटरनेट सेवा को ही पर्व के दिन बंद कर दिया जाए, लेकिन इंटरनेट सेवा को बंद करने से विभिन्न कठिनाइयां उत्पन्न हो जाती हैं। जैसे बैंक का सारा कारोबार बंद हो जाएगा, एटीएम से पैसा नहीं निकलेगा। वेतन और पेंशन की निकासी नहीं हो पाएगी। साथ ही इलेक्ट्रोनिक और प्रिंट मीडिया के संवादाता अपनी खबरें नहीं भेज पाएंगे। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति गंभीर रुप से बीमार पड़  जाता है तो उसके परिजनों को मैसेज नहीं मिलने के बाद खराब स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। एसपी ने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की अफवाह फैलाने का काम दोनों समुदाय के असामाजिक तत्वों के द्वारा किया जाता है। इस बार वैसे लोगो पर पैनी नजर रखी जाएगी।

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