पटना। बिहार में बारिश ने भारी तबाही बचा दी है। अगले 48 घंटे और खतरनाक माने जा रहे हैं, जैसा कि मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक की और वीडियो कानफ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलाधिकारियों से हालात की जानकारी ली। सीएम ने राहत कार्य में कोताही और लापरवाही न बरतने का सख्त निर्देश दिया है।
![पटना में बारिश से बाढ़ जैसा हाल](https://www.sarthaksamay.com/wp-content/uploads/2019/09/rain2-225x300.jpg)
इधर मुख्य सचिव ने लोगों को सचेत किया है कि अगले दो दिनों तक बिना जरूरत घर से न निकलें। राशन, सब्जी, मोमबत्ती जैसे जरूरी सामान खरीद कर रख लें। बिजली के भरोसे न रहें। मुख्य सचिव की चेतावनी का संदेश साफ है कि हालत और भी गंभीर हो सकती है।
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है कि बिहार के अधिकतर जिलों में लगातार बारिश को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है। निचले शहरी इलाकों से लोगों को निकालने के लिए ट्रक-बस की व्यवस्था की गई है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलाधिकारियों से सम्पर्क कर आवश्यक निर्देश भी दिये गए हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में धैर्य, परिश्रम और परस्पर सहयोग से ही निजात पायावास भी जताया कि हम प्राकृतिक आपदा के इस दौर को भी पार करेंगे।
श्री मोदी इस हालात में भी तेजस्वी यादव पर तंज कसने से बाज नहीं आये। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक चुनौतियों के समय जिन्हें राहत और बचाव के काम सहयोग की पेशकश करनी चाहिए थी, वे इस पर भी राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं। जब सरकार की आलोचना, बहस और सवाल करने के लिए विधानसभा का सत्र जैसा अवसर आता है, तब कोई अज्ञातवास पर चला जाता है। कोई तीर्थयात्रा करता है, तो कोई सदन के बाहर तख्ती दिखाकर मीडिया में चेहरा चमकाता है। विरोध में बोलने वालों को पहले अवसर, तथ्य और भाषा का सही इस्तेमाल करना सीखना चाहिए।
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