भगवान श्रीकृष्ण अपने समय के सबसे बड़े डिप्लोमैट थे
(अखिलेश मयंक के लखनऊ पर आधारित शीघ्र प्रकाश्य उपन्यास का एक अंश)
यार शीरीन ! दुनिया में क्या ऐसा कोई तरीका नहीं कि मेरा सांवला...
रमेश चंद्र की कहानीः बेज़ुबान ...
जनता एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से घण्टे भर विलंब से चल रही थी। गोरखपुर गुजरा तो अपनी माटी की महक आने लगी। गंगा ने...