बिल व मिलिन्डा गेट्स फाउण्डेशन ने बिहार में खर्च किए 1400 करोड़

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कोरोना संकट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं से उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने टेली कान्फ्रेंसिंग से 19 सत्रों में तकरीबन 27  घंटे तक बातचीत की।
कोरोना संकट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं से उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने टेली कान्फ्रेंसिंग से 19 सत्रों में तकरीबन 27  घंटे तक बातचीत की।

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय ने प्रशंसा की

पटना। अमेरिका के 10 दिवसीय दौरे पर गए राज्य के उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी तथा स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पाण्डेय ने बिल एवं मिलिन्डा गेट्स फाउण्डेशन द्वारा बिहार में पिछले आठ वर्षों से महिला एवं शिशु स्वास्थ्य तथा महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में किए गए कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि सरकार व फाउण्डेशन और मजबूती से मिल कर 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों के लिए काम करेंगे। ज्ञातव्य हो कि फाउण्डेशन अभी तक बिहार में 1400 करोड़ रूपया से ज्यादा खर्च कर चुका है।

श्री मोदी ने बताया कि बिहार सरकार के आग्रह पर फाउण्डेशन अन्तर्राष्ट्रीय लाइवस्टोक रिसर्च संस्थान के सहयोग से बिहार लाइव स्टाक मास्टर प्लान तैयार कर रहा है, जिससे बिहार के तीसरे कृषि रोड मैप (2017-22) के डेयरी उत्पादन डेढ़ गुना, पॉल्ट्री दस गुना तथा मांस उत्पादन दोगुना के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा। फाउण्डेशन के सहयोग से अभी तक 256 महिला पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता, जो ‘पशु सखी’ के नाम से जाने जाते हैं, मुख्यतः बकरी पालक परिवारों को मामूली शुल्क पर उनके घर जाकर बकरी का टीकाकरण, कृमि नाशक प्रदान कर रहे और बंध्याकरण में मदद कर रहे हैं। इससे एक-एक पशु सखी को 700 रुपये से 4200 रुपये तक की प्रति माह आमदनी हो रही है।

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महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण हेतु फाउण्डेशन की पहल पर राज्य के 14 प्रखण्डों में 6500 पूर्णतया महिलाओं की 8 किसान उत्पादक कम्पनी (Farmer Producer Company) का गठन किया गया है, जो मक्का, आलू, सब्जी का व्यापार कर रही हैं। इन कम्पनियों ने 2015 से 2017 के बीच 24 करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार किया है।

सुशील मोदी के ट्वीट

  • लालू-राबड़ी के 15 साल के शासन में सभी लोकतांत्रिक संस्थाएं सामंती मानसिकता से हांकी जा रही थीं। लालू प्रसाद के जेल जाने की नौबत आने पर विधायकों को नया नेता चुनने का मौका न देकर राजा की मर्जी थोप दी गई। दलितों के नरसंहार हुए। विधानसभा के भीतर विरोधी दल के नेता की बांह मरोड़ी गई। कुलपतियों का चयन राजभवन की बजाय मुख्यमंत्री आवास में होता था। गरीब का नाम लेकर जिन लोगों ने संवैधानिक मर्यादाएं ध्वस्त कीं, उनके वंशज अब संविधान बचाने निकलते हैं।
  • ऱाफेल विमान सौदे और किसानों के मुद्दे पर झूठ बोल कर जो कांग्रेस मध्य प्रदेश की सत्ता में आयी, उसने ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाया, जिसे 1984 के दंगे की गवाह निरजीत कौर और पूरा सिख समाज देश की सबसे भयानक माब लिंचिंग का दोषी मानता है। कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह से सपा-बसपा ने दूरी बना ली। कांग्रेस के दूसरे नेता सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुना कर हाईकोर्ट ने सिखों के जख्म पर मरहम लगाया।

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