महामिलावटी, अपशब्द और गालियां यानी मोदी का चुनाव प्रचार!

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  • जयशंकर गुप्त
जयशंकर गुप्ता
जयशंकर गुप्ता

महामिलावटी, अपशब्द और गालियां यानी नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार का तरीका। पिछले कई दिनों से परेशान हूं। मुझे एक शब्द का सही अर्थ नहीं समझ में आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अक्सर अपनी चुनावी सभाओं में विपक्ष और खासतौर से सपा, बसपा और रालोद के गठबंधन को मिलावटी और महामिलावटी गठबंधन बोले जा रहे हैं। अगर एक तरह के सामाजिक और वैचारिक जनाधार का गठबंधन, जिसकी एकता की पहल कभी समाजवादी नेता-चिंतक डा. राममनोहर लोहिया और संविधान निर्माता तथा भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के मुखिया बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर ने 1955-56 में की थी और जो डा. अंबेडकर के असामयिक निधन से बाधित हो गई थी, मिलावटी और सांप्रदायिक, फासिस्ट एवं मनुवादी ताकतों के लड़नेवालों के साथ यूपीए के बैनर तले कांग्रेस का गठबंधन महामिलावटी कैसे हो गया!

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और अगर ये गठबंधन मिलावटी और महामिलावटी है तो अलगाववादी पीडीपी के साथ कश्मीर में सरकार साझा करना, कभी भाजपा को भारत जलाओ पार्टी कहनेवाले राम विलास पासवान की लोजपा, नीतीश कुमार,जिनके राजनीतिक डीएनए में ही खोट नजर आती थी, उसी नीतीश कुमार के साथ, उनकी ही शर्तों पर तथा चौकीदार चोर है के नारे को क्रेडिबिलिटी प्रदान करनेवाली शिवसेना के साथ राजग के बैनर तले चुनावी गठबंधन करना क्या है?

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प्रधानमंत्री मोदी छठे चरण के मतदान के बाद की अपनी चुनावी रैलियों में उन्हें अब तक कांग्रेस के नेताओं द्वारा कहे अपशब्दों और गालियों का सिलसिलेवार जिक्र कर एक तरफ तो माहौल को भावुक बनाने की कोशिश की, दूसरे उन्होंने यह साबित करने की कोशिश भी की कि इतिहास-भूगोल के मामले में उनकी याददाश्त भले ही कमजोर हो, गालियां, खासतौर से उन्हें उनके विरोधियों के द्वारा कहे अपशब्द और गालियां बखूबी याद हैं। उनके भाषण के बाद समर्थक भी इन ‘गालियों’ को लेकर सक्रिय हो गये हैं।

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लेकिन क्या दूसरों के बारे में उनके अथवा उनकी पार्टी के लोगों द्वारा कहे गए अपशब्द और गालियां भी याद हैं। यह सच है कि उनकी याददाश्त भी सेलेक्टिव लगती है। हम कुछ याद दिलाना चाहेंगे। स्व. सुनंदा पुष्कर को ‘पचास करोड़ की गर्लफ्रेंड’ किसने कहा। कांग्रेस की सांसद रेणुका चौधरी को भरी संसद में ‘शूर्पणखा’ किसने कहा। सोनिया गांधी को बार बाला, जरसी गाय, ‘कांग्रेस की विधवा’ किसने कहा। प्रियंका गांधी वाड्रा को पप्पी किसने कहा।

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पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को ‘रेनकोट पहनकर नहाने वाला’ किसने कहा। राहुल गांधी को हाईब्रिड बछड़ा और पप्पू, राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर वन किसने कहा। मायावती-अखिलेश को बुआ-बबुआ,  विपक्ष को महमिलावटी और सांप-बिच्छू तक किसने कहा। अखिलेश यादव को गोबर निकालते रहते जैसी बात किसने कही। असहमति व्यक्त करनेवालों को बात बेबात पाकिस्तानी या पाकिस्तान परस्त कौन कहता है। लंबी फेहरिश्त है। मोदी जी के बारे में अपशब्दों और गालियों का समर्थन नहीं हो सकता, लेकिन इन गालियों, अपशब्दों के बारे में क्या कहेंगे!

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