कोरोना से बचाव को लेकर जागरूक कर रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता

0
117
कोरोना वायरस के संक्रमण से इंसानी जिंदगी को बचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार हर संभव प्रयास में जुटी हैं। यूपी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी जुटी हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण से इंसानी जिंदगी को बचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार हर संभव प्रयास में जुटी हैं। यूपी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी जुटी हैं।
  • खुद की परवाह किये बिना घर-घर जा कर रहीं सर्वे
  • जनसमुदाय को बता रहीं आरोग्य सेतु एप के फायदे

वाराणसी। कोरोना वायरस के संक्रमण से इंसानी जिंदगी को बचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार हर संभव प्रयास में जुटी हैं। यूपी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी जुटी हैं। एक ओर वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लोगों का घरों से निकलना बंद है तो वहीं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जांबाज बनकर सेवा में जुटी हैं। जनपद की लगभग सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शासन के निर्देशानुसार घर-घर जाकर कोविड-19 से संबन्धित सर्वे और साथ में जागरूक करने का कार्य कर रही हैं। इसके साथ ही जनसमुदाय को कोविड-19 से जुड़े ‘आरोग्य सेतु एप’ के बारे में जानकारी देते हुए इंस्टाल करना और उसका संचालन करना भी सिखा रहीं हैं। भ्रमण के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता फेस और हाथ को ढक कर रखना, साफ-सफाई, बार-बार हाथ धोना आदि का भी विशेष ध्यान रख रही हैं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ़्तेखार अहमद का कहना है कि मुख्य विकास अधिकारी के नेतृत्व और निर्देशन में जनपद की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लोगों को जागरूक और सर्वे करने का कार्य कर रहीं हैं। सभी को पूर्व में ही कोविड-19 से जुड़ी जानकारी व प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे इस बीमारी की रोकथाम और बचाव के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक जानकारी पहुंचा सकें। इसके अलावा उन्होंने कहा है कि खरीदारी करने की घबराहट में अनावश्यक बाहर न निकलें। लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए, क्योंकि बाहर जाने पर कहीं भी संक्रमण का खतरा हो सकता है।

- Advertisement -

बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) स्वाति पाठक ने बताया कि क्षेत्र की सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कोरोना की रोकथाम एवं बचाव के लिए अहम भूमिका निभा रही हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर सर्वे कर 60 वर्ष से ऊपर की उम्र वाले लोगों, हाईपरटेंशन, मधुमेह, ब्लड प्रेशर, लकवा आदि गंभीर रोगों से ग्रसित मरीजों को चिन्हित करने का कार्य कर रही हैं। इसके अलावा 60 वर्ष से नीचे सर्दी, बुखार, खांसी एवं जोड़ों में दर्द के मरीजों को भी चिन्हित कर रही हैं। चिन्हित करने के बाद उसकी सूची सुपरवाइजर को प्रदान कर रही हैं और सुपरवाइजर इसकी जानकारी सीडीपीओ को दे रही हैं। सीडीपीओ क्षेत्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी को, ताकि स्वास्थ्य विभाग ऐसे लोगों की सम्पूर्ण स्वास्थ्य जांच कर सके।

यह भी पढ़ेंः पेड़ काट कर विनाश के खतरे को दावत दे दी है हमने

- Advertisement -