केंद्र की नीतियों से रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन: राजीव रंजन

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पटना। केंद्र सरकार को किसानों के हित में निरंतर कार्यरत बताते हुए प्रदेश भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक श्री राजीव रंजन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्र सरकार किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने के लिए अपने संकल्प के प्रति पूरी तरह कृतसंकल्पित है। यही वजह है कि बीते चार वर्षों में खेती-किसानी के क्षेत्र में इतने काम हुए हैं, जितना पहले किसी भी सरकार ने नहीं किया।

प्रधानमंत्री मोदी की यह सोच रही है कि बीज से लेकर बाजार तक किसानों को वह हर सुविधा मिले, जिससे फसल का उत्पादन बढ़े और किसानों की आय बढ़े। सरकार बनने के बाद से ही इस दिशा में निरतंर प्रयास किए जा रहे हैं। इसका सुखद परिणाम अब सामने आ रहा है। यह सरकार के प्रयासों और किसानों की मेहनत का ही फल है कि वर्ष 2017-18 में भारत का खाद्यान्न उत्पादन 28.48 करोड़ टन रहा है, जो अब तक का सबसे अधिक उत्पादन है।

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कृषि मंत्रालय ने मानसून सामान्य रहने के बाद गेहूं, चावल, मोटे अनाज और दालों का भी रिकॉर्ड उत्पादन होने की उम्मीद जताई है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2017-18 में गेहूं का उत्पादन 9.97 करोड़ टन, चावल का उत्पादन 11.29 करोड़ टन और दाल उत्पादन 2.52 करोड़ टन होने का अनुमान है। याद करें तो वर्ष 2016-17 में कुल खाद्यान्न उत्पादन 27.51 करोड़ टन रहा था। कृषि मंत्रालय की ओर से जारी चौथे अग्रिम अनुमान के अनुसार देश में मक्का का भी रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है। इस साल देश में मक्का उत्पादन 2.87 करोड़ टन अनुमानित है। मंत्रालय के अनुमान के मुताबिक, 2017-18 में कुल दलहन उत्पादन 2.52 करोड़ टन अनुमानित है, जिसमें 1.12 करोड़ टन चना और 35.6 लाख टन उड़द है। ज्ञातव्य हो कि पिछले साल देश में 2.31 करोड़ टन दलहन का उत्पादन हुआ था। वर्ष 2017-18 के लिए मोटे अनाज का उत्पादन अनुमान 21.2 लाख टन बढ़ाकर रिकॉर्ड चार करोड़ 70 लाख टन किया गया है। यह उत्पादन अनुमान वर्ष 2016-17 के दौरान चार करोड़ 38 लाख टन के उत्पादन से अधिक है।

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श्री रंजन ने आगे कहा कि देश के अन्नदाताओं की आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को इस रिकॉर्ड उत्पादन से काफी फायदा होगा। सरकार ने हाल ही में फसलों की एमएसपी को डेढ़ गुणा बढाया। इसके अलावा सरकार ने विपरीत परिस्थितियों में किसानों को मिलने वाले फसल बीमा को और मजबूत तथा सुगम बनाने का कार्य किया है। साथ ही केंद्र द्वारा शुरू की गयी नीली क्रांति से भी किसानों को काफी फायदा हो रहा है। इसके अलावा आज सरकार किसानों की सहायता के लिए अनेक कार्य कर रही है, जिससे आने वाले समय में और ज्यादा सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।

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