TET पास नौकरी के लिए भटक रहे, ममता दोगुनी नौकरी का वादा कर रहीं

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सेंट्रल फोर्स की 800 कंपनी तैनात किये जाने के बावजूद बंगाल में दूसरे चरण का चुनाव हिंसा से अछूता नहीं रह पाया। ममता बनर्जी ने गड़बड़ी का आरोप लगाया।
सेंट्रल फोर्स की 800 कंपनी तैनात किये जाने के बावजूद बंगाल में दूसरे चरण का चुनाव हिंसा से अछूता नहीं रह पाया। ममता बनर्जी ने गड़बड़ी का आरोप लगाया।
  • डी. कृष्ण राव

कोलकाता। टेट (TET) पास युवा जब नौकरी की मांग के लिए बंगाल के विभिन्न हिस्सों में सड़कों पर हैं, ममता बनर्जी दोगुनी नौकरी का वादा कर रही हैं। पूर्व मेदिनीपुर के  तमलुक  में जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार में लौटने  पर पहले से दोगुना शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। पहले हमारी पार्टी में कुछ गद्दार थे, जिन्होंने नौकरी देने के नाम पर धांधली की। अब वे सब निकल गए हैं। इस बार नौकरी  हम डायरेक्ट देंगे। ममता की यह कोशिश टेट (TET) पास युवकों को लुभाने की कोशिश है।

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि  ममता बनर्जी  शुभेंदु अधिकारी और विश्वजीत कुंडू को  गद्दार  ठहराने की कोशिश कर रही हैं। सुजीत कुंडू ने खुलेआम मीडिया में बयान दिया था कि  शिक्षक नियुक्ति में व्यापक धांधली हुई। एक ही परिवार के 62 लोगों को शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया। इधर ममता बनर्जी के  इस बयान के बाद भाजपा की ओर से  कहा गया कि  जिन विधायकों को ममता बनर्जी गद्दार कह रही हैं,  उनमें से एक ने खुलेआम मीडिया के सामने अपना बयान रखा, लेकिन सत्ता में रहते ममता बनर्जी ने 5 साल उसके खिलाफ एक भी जांच नहीं करायी। आज दोगुना नौकरी देने का वादा कर रही हैं। बंगाल के लोग उस पर कैसे विश्वास कर सकते हैं।

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CPIM और कांग्रेस से मांगे वोट

ममता ने आज फिर  पूर्व मेदिनीपुर की  सभाओं में माकपा CPIM और कांग्रेस के  समर्थकों को  भाजपा से राज्य को बचाने के लिए तृणमूल कांग्रेस को वोट देने की अपील की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के अब्दुल मन्नान ने कहा कि ममता बनर्जी जैसे गद्दार और बेईमान  नेता को  दूसरे दलों के वोटर से क्या लेना-देना है। CPIM के नेता सूजन चक्रवर्ती ने कहा कि  अपनी हार को सामने देखते हुए जिस CPIM नेताओं को ममता बनर्जी गद्दार बताती थीं, उन्हीं लोगों के वोट की जरूरत अब उन्हें महसूस हो रही है।

बीजेपी और टीएमसी ने बदले कैंडिडेट

बीजेपी ने अपने चार प्रतियाशी सूची जारी होने के बाद बदले हैं। इनमें 2 उत्तर बंगाल में तथा दो कोलकाता के हैं। तृणमूल कांग्रेस ने भी अपने 4 उम्मीदवार बदल दिये हैं। तरुण साहा और सोमेन मित्र की पत्नी शिखा मित्र को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन दोनों ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। वे अब तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर लड़ेंगे। इधर बीजेपी में टिकट बंटवारे से नाराज समर्थकों ने दूसरे दिन भी उत्पात मचाया। ऐसे लोगों को मनाने की जिम्मेवारी प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष को सौंपी गयी है।

बीजेपी में नाराजगी पर ममता की टिप्पणी

अंतिम चार चरणों के भाजपा की  प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में  प्रत्याशियों के प्रति नापसंदगी जताते हुए भाजपा समर्थकों ने  उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। इस पर अपनी सभाओं में ममता ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि अभी भाजपा में माकपा से गए हुए  गुंडे  मौजूद हैं। ऐसे तत्वों ने पार्टी को अपने कंट्रोल में ले लिया है। तृणमूल कांग्रेस से गए गद्दार भी इसमें शामिल हैं। भाजपा के जो असली आदमी हैं, वे घर  बैठे आज रो रहे हैं। हालांकि ममता बनर्जी को भी आज 4 उम्मीदवारों को बदलना पड़ा। इस पर टिप्पणी करते हुए भाजपा के  शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि ममता बनर्जी अपने घर की ओर नजर डालें, दूसरे के घर में झांकना बंद करें।

टीएमसी प्रतिनिधि चुनाव आयोग से मिले

इधर दिल्ली में जब तृणमूल कांग्रेस के  प्रतिनिधि चुनाव  चुनाव आयोग से मिलकर हर बूथ पर राज्य पुलिस  को तैनात करने की अपील कर रहे थे, ठीक उसी समय अपनी सभाओं से  ममता ईवीएम पर सवाल उठा रही थीं। उनका आरोप है कि ईवीएम में व्यापक धांधली हो सकती है। अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को सावधान करते हुए ममता ने कहा कि  मशीन खोलते और बंद करते समय वे सावधानी से  जांच कर लें। उधर दिल्ली में प्रतिनिधिमंडल ने  चुनाव आयोग को यह समझाया कि  सीआरपीएफ यहां के बंगालियों की भाषा समझती नहीं है  और आम जनता सीआरपीएफ को देख कर घबरा जाती है। सीआरपीएफ के साथ बंगाल पुलिस की नियुक्ति भी जरूरी है। प्रतिनिधिमंडल के नेता सौगत राय का दावा है कि  चुनाव आयोग ने उनकी इस मांग पर  अमल करने का आश्वासन दिया है।

शुभेंदु अधिकारी को ममता ने कहा गद्दार

दो दिन पहले शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम में कहा था कि कोलकाता के नेताओं को नंदीग्राम कभी याद नहीं आता, पर चुनाव आते ही कोलकाता के लोग नंदीग्राम में टूट पड़ते हैं। शुभेंदु के इस आरोप  का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने  सभाओं में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व मेदिनीपुर की चाबी यहां के दो गद्दारों के हाथ में थी। हमें पूछ कर यहां आना होता था। इसीलिए हम यहां ज्यादा नहीं आ पाए। इसके कारण उन गद्दारों ने मौके का फायदा उठाया। इस सवाल का जवाब देते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि  ममता बनर्जी को  झूठाश्री पुरस्कार देना चाहिए। उनकी सरकार बनते ही उनको यह पुरस्कार दे दिया जाएगा।

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