तेज प्रताप यादव कहीं बिगाड़ न दें महागठबंधन का खेल

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  • राणा अमरेश सिंह

पटना। राजद मुखिया लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव  पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक की अर्जी कोर्ट में दाखिल करने के बाद से लगातार मीडिया में तेजी से सुर्खियां बटोर रहे हैं। वह दिसंबर माह में पार्टी कार्यालय में जनता दरबार को लेकर खासा चर्चा में रहे। गुरुवार को तेज प्रताप ने राजद के मुख्य प्रवक्ता व मनेर विधायक भाई बीरेंद्र को निशाना बनाया और पाटलिपुत्र लोस सीट पर मीसा भारती को उम्मीदार घोषित किया। तेज प्रताप यादव के इस निर्णय को सियासी जगत में लालू-राबड़ी परिवार के भीतर आल इज नाट वेल के नजरिये से देखा जा रहा है। लगता है कि वह कहीं महागठबंधन का खेल न बिगाड़ दें।

तलाक की खबर के साथ तेज प्रताप अपनी मां राबड़ी देवी और भाई तेजस्वी से बच कर करीब दो माह तक अलग रहे, लेकिन पहली जनवरी को राबड़ी देवी के जन्मदिन पर उनसे भावुक मुलाकात की। मुलाकात में सभी गिले-शिकवे खत्म होने की बात कही थी। इसके पहले तेज प्रताप अपने पिता लालू यादव से भी रिम्स में ढाई घंटे तक बंद कमरे में मुलाकात कर चुके हैं।  मुलाकात के बाद अक्सर गमगीन दिखनेवाले लालू यादव को खुश देखा गया। वहीं तेजप्रताप भी मीडिया से तेजस्वी को सीएम बनाने की कसमें खाते सुने-देखे गए। सियासी मतलब साफ है कि पार्टी के कमांडर बनने को लेकर लालू परिवार में द्वंद्व है। यद्यपि लालू यादव ने तेजस्वी यादव को अपना अघोषित उत्तराधिकारी बना दिया है।

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तेजप्रताप यादव के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि तेज यानी कृष्ण पार्टी के सूत्रधार बनना चाहते हैं और तेजस्वी को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं। पार्टी संगठन में उसकी लगातार घटती पूछ के कारण ही तेज प्रताप ने कहा था कि मेरे परिवार ने मेरा साथ कभी नहीं दिया। पार्टी कार्यालय में जनता दरबार लगाने के बाद सभी जिला मुख्यालयों पर भी जनता दरबार लगाने की बात कह कर तेज प्रताप यादव का राजद संगठन पर अपने एकाधिकार का दावा करते हैं।

पाटलिपुत्र लोकसभा सीट को लेकर मतभेद 

पटना के प्रमुख पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से पार्टी के मुख्य प्रवक्ता भाई बीरेंद्र ने लड़ने की तैयारी की है। भाई बीरेंद्र दानापुर से विधायक हैं। समझा जाता है कि  इसकी इजाजत लालू यादव व तेजस्वी यादव से मिल चुकी है। लेकिन तेज प्रताप ने भाई बीरेंद्र की दावेदारी को खारिज कर वहां से बहन मीसा भारती को प्रत्याशी बनाने की तरफदारी की है। इससे राजद परिवार में खलबली मच गई है।

हालांकि तेज प्रताप ने राजद में लालू यादव को सर्वेसर्वा बताया है। पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र की जनता को मकर संक्रांति की शुभकामनाओं वाले पोस्टर मीसा भारती के समर्थकों द्वारा चिपकाने का काम तेज है, जबकि यह भी सत्य है कि तेजप्र ताप की जिद के सामने सभी नतमस्तक हो जाते हैं।

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तेज प्रताप यादव ने अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक की अर्जी नवंबर में कोर्ट में दाखिल की थी। उसके बाद एक कदम भी वह पीछे नहीं हुए। इतना ही नहीं, एक शादी समारोह में अपने ससुर चंद्रिका यादव को अभिवादन करने से भी परहेज किया। समझा जाता है तेज प्रताप यादव की जिद में अड़ंगा लगाना किसी के वश में नहीं है। जाहिर है वे बड़े बाप के बड़े बेटे हैं।

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