राफेल पर राहुल का झूठ हुआ फिर से बेनकाब: राजीव रंजन

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पटना। राफेल प्रकरण पर राहुल गाँधी द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को सियासी ड्रामा करार देते  हुए प्रदेश भाजपा प्रवक्ता श्री राजीव रंजन ने कहा कि फ्रेंच वेबसाइट मीडियापार्ट द्वारा राफेल मसले पर जारी एक खबर के आधार पर राहुल जी ने कल जो आरोप केंद्र सरकार पर लगाए, उसकी हवा खुद फ़्रांस के पत्रकारों ने निकाल दी है। कल फ़्रांस की विख्यात मैगजीन ली मोंडे’ के साउथ एशिया संवाददाता जुलियन बोइसो ने ट्विटर के माध्यम से यह साफ़ किया कि कांग्रेसियों ने मीडियापार्ट द्वारा जारी रिपोर्ट, जिसके दम पर राहुल जी उछल रहे थे, का पूरा अनुवाद ही गलत कर दिया है। सबकी कोशिश राफेल डील को निरस्त करने कराने की है।

बोइसो के अनुसार राहुल जी इस रिपोर्ट के दम पर जहां डसॉल्ट एविएशन द्वारा रिलायंस को जबरदस्ती थोपने की बात कर रहे हैं, उसका रिपोर्ट में कहीं जिक्र तक नही है, बल्कि इसमें सिर्फ ऑफसेट की बात की गयी है। इससे यह फिर से साफ़  हो गया है कि राहुल के पास इस मसले पर हवाबाजी करने के बजाय कोई ज्ञान नहीं है। ऐसे भी उनके पहले के भाषणों को याद करें तो राहुल हर जगह राफेल सौदे का दाम अलग अलग बताते नजर आए थे। ऐसे में सवाल उठता है कि जो नेता आज तक इस सौदे के दाम को लेकर कंफ्यूज है, उसके बयानों पर कोई कैसे विश्वास कर सकता है।

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दरअसल अफवाहझूठ और दुष्प्रचार के दम पर राफेल डील को निरस्त करवाने की कुत्सित कोशिश जारी है और इस अंतरराष्ट्रीय साजिश को राहुल गांधी एंड कंपनी’ अंजाम देने में लगी है। यह बात भारत के एक प्रतिष्ठित न्यूज के पत्रकार विकास भदौरिया के 28 सितंबर के ट्वीट से पूरी तरह स्पष्ट हो जाती है। अपने ट्विट में उन्होंने साफ़ लिखा कि अंतरराष्ट्रीय हथियार कंपनियोंआर्म्स डीलर तथा दो राजनीतिक पार्टियों के नेता अपने लाभ के लिए अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र के तहत मोदी सरकार को बदनाम करने में जुटे हैंताकि यह सरकार राफेल डील को निरस्त कर दे। उनके 29 सितंबर के ट्वीट के अनुसार दो राजनीतिक दलों के पांच नेताओं के साथ हथियार निर्माता और आर्म्स डीलर की बैठक अगस्त के अंत में जर्मनी के हमबर्ग में हुई थी।

ज्ञातव्य है कि राहुल गांधी 21 और 22 अगस्त को जर्मनी के हैम्बर्ग में ही थे। अब राहुल को जवाब देना चाहिए कि भदौरिया जिस राजनीतिक दल के नेता के बारे में बात कर रहे हैं, क्या वह खुद राहुल थेउन्हें देश को यह बताना चाहिए कि हथियारों की दलाली करने वाले संजय भंडारी और गांधी परिवार के दामाद राबर्ट वाड्रा का क्या रिश्ता हैलंदन में राबर्ट वाड्रा को मकान किसलिए गिफ्ट किया गया? राहुल यह याद रखें कि देश के सुरक्षा के मसले पर उनका किया जा रहा ड्रामा अंत में उन्ही पर भारी पड़ेगा।

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