हाजीपुर। वैशाली जिले के लालगंज प्रखण्ड क्षेत्र के खरौना पंचायत के लोगों ने बिहार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना के तहत चल रहे जल-नल,गली-नाली, पक्की सड़क एवं ओडीएफ योजना में बिना काम कराये पैसे की निकासी किये जाने के आरोप में पंचायत सचिव को बंधक बनाते हुए जूते का माला पहनाया। मंगलवार को लालगंज क्षेत्र के बीडीओ राधा रमण मुरारी के बिना जाँच करने पहुचे सांख्यिकी पदाधिकारी सतेंद्र कुमार और उनके साथ गये अन्य तीन कर्मियों को भी ग्रामीणों ने बंधक बना लिया था।
बुधवार को खरौना पंचायत के लोगों ने पंचायत सचिव योगेन्द्र पासवान द्वारा सही ढ़ंग से काम न किये जाने की सूचना बीडीओ राधारमन मुरारी को दी गयी। बीडीओ ने पंचायत सचिव को बंधक बना कर रखने की बात कही। फिर स्थानीय लोगों ने पंचायत सचिव को खरौना पंचायत के ब्रह्मस्थान के पास बंधक बनाते हुए चप्पल-जूतों का माला पहना कर अपने गुस्से का इजहार कर दिया। घंटों बंधक बनाए जाने और जूते-चप्पल की माला पहनाये जाने के बाद बीडीओ घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने भी पंचायत सचिव की जमकर क्लास लगाई।
बीडीओ ने भरोसा दिलाया कि उक्त मामले की जाँच करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उसके बाद पंचायत सचिव को छोड़ा गया। बीडीओ राधारमण मुरारी का कहना है कि पंचायत सचिव लंबे समय से न तो पंचायत में हो रहे कार्यों की जानकारी दे रहे हैं और न कभी किसी मीटिंग में भाग ही ले रहे थे। इस कारण से ग्रामीणों का गुस्सा चरम पर पहुँच गया और इसके कोपभाजक बने सचिव महोदय।
ग्रामीणों ने राधा रमण मुरारी से बातचीत करते हुए इस मसले पर गौर करने को कहा कि नल जल योजना, ओडीएफ एवं पक्की सड़क योजना तो सरकार द्वारा चलायी गई है। इसमें गड़बड़ी की जाँच पड़ताल कराई जाएगी। दोषियों को दंडित किया जाएगा और जनता को सभी सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कराया जाएगा।
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