पवन सिंह की हिरोइन सेक्‍स रैकेट मामले में  हुईं बाइज्जत बरी

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हैदराबाद। पुलिस ने इसी साल जुलाई में राजधानी तेलंगना के एक पांच सितारा होटल में छापे के बाद एक हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया था। इसमें भोजपुरी सुपर स्‍टार पवन सिंह और एक्‍शन स्‍टार यश कुमार के साथ फिल्‍म कर चुकी अभिनेत्री दिया सिंह की भी गिरफ्तारी हुई थी। मगर अब इस मामले में कोर्ट ने दिया सिंह को क्‍लीन चिट देते हुए बाइज्‍जत बरी कर दिया। रिहा होकर आईं दिया सिंह ने बताया कि उनको किस तरह से इस रैकेट में फंसाया गया था। बता दें कि दिया, पवन सिंह के साथ ‘राजा’ व यश कुमार के साथ ‘एक रजाई, तीन लुगाई’ कर चुकी हैं।

दिया ने कहा कि उन्हें फ़िल्म के ऑफर के बहाने हैदराबाद बुलाया गया था और होटल रूम पर डायरेक्ट-प्रोड्यूसर मीटिंग के लिए आये थे। इस दौरान पुलिस ने अचानक कार्रवाई की और उन्‍हें हिरासत में ले लिया। उन्‍होंने इस रैकेट में कई लोगों के शामिल होने का भी अरोप लगाया। दिया ने बताया कि कोर्ट ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है। मुझे शुरू से न्‍यायालय पर भरोसा था। दिया ने इस मामले में बनाये गए उनके वीडियो को डॉक्‍टर्ड बताया और कहा कि इन लोगों ने ऐसा कई लड़कियों के साथ किया है। कई डर चुप रह‍ गईं, तो कुछ ने सुसाइड कर लिया। जब मैं गलत नहीं थी, तो मुझे डर नहीं लगा और मैंने अपनी लड़ाई जीती।

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दिया ने बताया कि जनार्दन राव और जोनी नाम के व्‍यक्ति ने उन्‍हें साउथ की फिल्‍म के लिए अप्रोच किया। इसके बाद उन्‍होंने मीटिंग और साइनिंग के लिए फ्लाइट का टिकट भेजा और मुझे बताया गया कि मेरे लिए होटल में अलग रूम बुक है। मेरी गलती य‍हां इतनी थी कि मैंने इसे कन्फर्म नहीं किया और वहां चली गई। इसी दौरान होटल में छापेमारी हुई और पुलिस ने मेरे साथ जनार्दन राव और जोनी को भी गिरफ्तार कर लिया था। असल में वे दोनों डायरेक्टर और प्रोड्यूसर थे, जिन्‍होंने मुझे फ़िल्म दिलाने के नाम पर हैदराबाद बुलाया था। अंबुला जनार्दन राव, जोनी और बानोथु प्रसंथ नाम के कथित तौर पर प्रत्येक ग्राहक से 10,000 रुपये से 20,000 रुपये के बीच लिया करता था।

दिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि असल में वह पुलिस का खबरी है। ऐसे खबरी पूरे प्लान के साथ मॉडल हो या एक्ट्रेस, उनको फ़िल्म के नाम पर प्रोड्यूसर को मिलने हैदराबाद बुलाते हैं। होटल में जैसे ही प्रोड्यूसर मीटिंग के लिए आते हैं, ठीक उसी वक्त पुलिस छापेमारी कर देती है। ऐसे रैकेट में निर्दोष लोगों को फंसा कर पुलिस मोटी कमाई करती है। मुझे भी इसी प्रकार से सेक्स रैकेट का जाल बिछाकर फंसाया गया था। जांच के बाद मैं निर्दोष साबित हुई। दिया ने कहा कि इस प्रकरण से मेरा न्‍यायालय पर भरोसा और पुख्‍ता हो गया। इसलिए मैं फिल्‍म इंडस्‍ट्री में अपना करियर बनाने वाली ल्‍ड़कियों से कहना चाहती हूं कि वे ऐसी गलती न करें और गलत चीज को बर्दाश्‍त भी नहीं करें। आपके पास अगर अननोन सोर्स से काम का ऑफर आता है, तो उसको वेरीफाइ करें या फिर आफर ही न कबूलें। वरना मेरी जैसी मुसीबत में पड़ सकती हैं।

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