नरेंद्र मोदी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन बना रही कांग्रेस: राजीव

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बंगाल का वोटर सूपड़ा साफ़ करने से पहले प्रचंड समर्थन देता है। 2006 में ममता बनर्जी को 30 सीटें मिली थीं। लेफ्ट फ्रंट को भारी बहुमत से जीत मिल गयी थी।
बंगाल का वोटर सूपड़ा साफ़ करने से पहले प्रचंड समर्थन देता है। 2006 में ममता बनर्जी को 30 सीटें मिली थीं। लेफ्ट फ्रंट को भारी बहुमत से जीत मिल गयी थी।

पटना। कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लेते हुए प्रदेश भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक श्री राजीव रंजन कांग्रेस पर प्रधानमंत्री जी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अपने बचकाना बयानों और अपरिपक्व हरकतों से लगातार अपनी जमीन खो रहे कांग्रेस के युवराज हताशा में अब प्रधानमंत्री जी के खिलाफत करने वाली विदेशी ताकतों के साथ केंद्र सरकार के खिलाफ साजिश करने में जुट गए हैं। हकीकत में पीएम मोदी की लोकप्रियता ने देश में विरोधी दलों की नींद हराम कर रखी है। इसलिए वे ‘मोदी हटाओ’ के एकमात्र एजेंडे के तहत महागठबंधन बना रहे हैं। ठीक इसी तरह ‘अंतरराष्ट्रीय गठबंधन’ ने भी आकार ले लिया है।

गौरतलब है कि पीएम मोदी की नीतियों ने एक ओर जहां चीन की विस्तारवादी नीतियों पर लगाम लगा दिया है और विश्व व्यापार में भी चीन को टक्कर दे रहा है। दूसरी तरफ पीएम मोदी के प्रयास से पूरी दुनिया पाकिस्तान को आतंकवादी देश मानने लगी है और वह पूरी तरह अलग-थलग पड  चुका है। इसके अलावा पश्चिमी देशों के वैसे राजनेता, जिनकी ‘दलाली’ पीएम मोदी ने बंद कर दी है, वे भी मोदी विरोध का झंडा थाम चुके हैं। आज राहुल जी के नेतृत्व में कांग्रेस इन्हीं देश के दुश्मनों के साथ जुगलबंदी कर रही है।

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याद करें तो गत वर्ष ब्रिटिश कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ कांग्रेस के करार की खबरें आयी थीं। उसके बाद देश में कई स्थानों पर जातिगत दंगे कराने की कोशिश की गयी थी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह सब इसी एजेंसी के सलाह का असर था। कांग्रेस को समझना चाहिए कि दुश्मन देशों का भारत विरोध करना उनकी नीति हो सकती है, लेकिन कांग्रेस नेताओं और उनके अध्यक्ष की दुश्मन देशों से जुगलबंदी देशहित के लिए कतई ठीक नहीं है।

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श्री रंजन ने आगे कहा कि कांग्रेस नेताओं की पिछले कुछ समय की राजनीति को देखें तो इनके कई नेतागण पाकिस्तानी नेताओं के साथ दोस्ती निभाते हुए देखे गये। याद करें तो इनके एक प्रमुख नेता मणिशंकर अय्यर के पाकिस्तान में जाकर मोदी जी को हटाने की खबरें पिछले साल प्रमुखता से आयी थी, वहीं नवजोत सिंह सिद्धू अभी हाल ही में पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष के साथ गले मिलते और बाद में उनकी पैरोकारी करते दिखे थे। इसके अलावा चीनी नेताओं के साथ राहुल जी की गुप्त मीटिंग की कलई भी मीडिया ने खोल कर रख दी थी। हकीकत में प्रधानमन्त्री बनने की छटपटाहट में राहुल पूरी तरह बौखला चुके हैं और अपने कामों से हर जगह देश हित को नुकसान पंहुचा रहे हैं।

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