“चांदखोल पर थाप’ यानि बात निकलेगी तो दूर तलक जायेगी!
रामदेव सिंह
"चांदखोल पर थाप' कवि और निबंधकार राजमणि मिश्र की यह किताब लगभग एक वर्ष से मेरे सफरी बैग में सफर करती रही...
नहीं रहे नीरजः आंसू जब सम्मानित होंगे, मुझको याद किया जाएगा !
ध्रुव गुप्त
हिंदी के महाकवि गोपाल दास नीरज का देहावसान हिंदी गीतों के एक युग का अंत है। 93 साल की उम्र एक...
नीरज जी को सुनने के लिए सुबह तक जमावड़ा अब भी याद आता है
राजेंद्र तिवारी
नीरज जी को श्रद्धांजलि.....बचपन में मैं और मेरे बड़े भाई नीरज जी को सुनने के लिए दशहरे के मेले में सुबह तक...
श्यामरुद्र पाठकः हिन्दी के योद्धा, जिनका आज जन्मदिन है
श्यामरुद्र पाठक, जिसे कभी कोई पुरस्कार या सम्मान नहीं मिला। हाँ, लाठियां और जेल की हवा जरूर मिली किन्तु कभी हार नहीं माना।
अमरनाथ
हिन्दी...