नैक प्रत्ययन’ की तैयारी के लिए साप्ताहिक समीक्षा करेः गवर्नर

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बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन
बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन

पटना। नैक प्रत्ययन’ की तैयारी के लिए साप्ताहिक समीक्षा करें। बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने सभी विश्वविद्यालयों को यह निर्देश दिया है। उन्होंने विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से ‘नैक-प्रत्ययन’ हेतु चरणबद्ध रूप से सभी प्रक्रियाएँ तेजी से पूरी कर लेने का आदेश दिया है। इस क्रम में राज्यपाल श्री टंडन ने सभी कुलपतियों को निदेशित किया है कि वे प्रत्येक सप्ताह अपने क्षेत्राधीन सभी अंगीभूत महाविद्यालयों के प्राचार्यों के साथ समीक्षा-बैठकें आयोजित करें।

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राज्यपाल के निदेशानुपालन में राज्यपाल सचिवालय ने सभी कुलपतियों को निदेशित किया है कि प्रथम साप्ताहिक बैठक सभी विश्वविद्यालय एक साथ आज 7 मई को कर लें, ताकि कल 8 मई को राजभवन द्वारा आयोजित समीक्षा-बैठक में नैक-प्रत्ययन की दिशा में चल रही तैयारियों की स्पष्ट झलक मिल सके।

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राज्यपाल श्री टंडन ने कहा है कि इस वर्ष सभी विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत महाविद्यालयों को हर हालत में ‘नैक प्रत्ययन’ कराते हुए अपनी संस्थाओं की ग्रेडिंग करा लेनी होगी। राज्यपाल ने कहा है कि पिछले महीने 4-5 अप्रैल तक राज्य के सभी 260 अंगीभूत कालेजों ने नैक-प्रत्ययन की दिशा में कदम बढ़ाते हुए ए॰आई॰सी॰एच॰ यू॰ में सांस्थिक सूचनाएँ दाखिल कराते हुए आई॰डी॰ प्राप्त कर लिया था। 94 कालेजों ने गुणवत्ता मूल्यांकन के लिए अबतक अपनी सांस्थिक सूचनाएँ उपलब्ध करा दी हैं।

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अद्यतन सूचनाओं के मुताबिक अब तक 14 महाविद्यालयों ने एस॰एस॰आर॰ भी दाखिल कर दिया है। राजभवन ने सभी कुलपतियों से अनुरोध किया है कि विश्वविद्यालय स्तर पर प्रत्येक सप्ताह प्राचार्यों की बैठक कर वस्तुस्थिति की समीक्षा की जाये एवं अद्यतन प्रगति से सतत राजभवन को भी अवगत कराया जाये।

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ज्ञातव्य है कि राजभवन में कल 8 मई को विश्वविद्यालयों में इसी शैक्षणिक सत्र से कार्यान्वयन की भी समीक्षा की जाएगी, जिसमें सभी विश्वविद्यालयों से नोडल पदाधिकारियों को भी बुलाया गया है। आज सभी विश्वविद्यालय मुख्यालयों में हो रही नैक-मूल्यांकन से संबंधित बैठकों के फलाफल से भी अवगत कराने के लिए सभी कुलपतियों से अनुरोध किया गया है; ताकि असुविधाओं का निराकरण हो सके। ज्ञातव्य है कि इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों को 10-10 लाख रूपये उपलब्ध कराये जा चुके हैं।

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गौरतलब है कि राज्य के अंगीभूत 260 महाविद्यालयों में 99 नैक-प्रत्ययन-प्राप्त हैं, जिन्हें अपने ग्रेड में सुधार के लिए प्रयास करना होगा; जबकि शेष को बिल्कुल नये सिरे से नैक-ग्रेडिंग हेतु प्रयास करना है। सबसे ज्यादा नैक-प्रत्ययन प्राप्त महाविद्यालय ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के अंतर्गत 65 प्रतिशत हैं, जबकि पुराने विश्वविद्यालयों में बी॰एन॰ मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में सबसे कम 14 प्रतिशत अंगीभूत महाविद्यालय ही नैक-प्रत्ययन प्राप्त हैं। राजभवन ने ‘नैक प्रत्ययन’ एवं ‘यू॰एम॰आई॰एस॰’ के कार्यान्वयन को अपनी प्राथमिकताओं में सर्वोपरि रखा है और कुलाधिपति के निदेशानुसार लगातार इन दोनों महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की तैयारी की मोनिटरिंग हो रही है।

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