नारदा स्टिंग मामले में गिरफ्तार TMC नेताओं के बेल का अनुमान फेल

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सीबीआई द्वारा नारदा ब्राइबरी स्टिंग मामले में अरेस्ट किये गये टीएमसी के सभी 4 नेताओं को हाईकोर्ट ने 2 लाख रुपये के बांड पर अंतरिम बेल दे दी है।
सीबीआई द्वारा नारदा ब्राइबरी स्टिंग मामले में अरेस्ट किये गये टीएमसी के सभी 4 नेताओं को हाईकोर्ट ने 2 लाख रुपये के बांड पर अंतरिम बेल दे दी है।
  • डी. कृष्ण राव

कोलकाता। नारदा स्टिंग मामले में गिरफ्तार TMC के 4 नेताओं को कब तक बेल मिलेगी, इस बारे में सबका अनुमान फेल हो गया है। आज मामले की सुनवाई नहीं हो सकी। कलकत्ता हाईकोर्ट में आज बेल मामले में होने वाली सुनवाई अपरिहार्य कारणों से टल गयी। कल सुनवाई की उम्मीद है। इस बीच चारों नेता अभी हिरासत में ही रहेंगे। बुधवार को ढाई घंटे हाईकोर्ट ने सुनवाई की थी, लेकिन कोई निर्णय नहीं हो पाया था। आज सुनवाई होने वाली थी, जो स्थगित हो गयी। सीबीआई हिरासत में लिये जाने के बाद पहली रात इन नेताओं ने प्रेसिडेंसी जेल में गुजारी। अगले दिन सभी ने अलग-अलग तकलीफों की शिकायत की। उसके बाद एसएसकेएम अस्पाताल में उन्हें भर्ती कराया गया। 18 मई को इनकी गिरफ्तारी हुई थी।

इधर सीबीआई ने मामले की सुनवाई बंगाल से बाहर कराने की इजाजत अदालत से मांगी है। इस बारे में अदालत को दिये आवेदन में सीबीआई ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से खतरे की आशंका जताया है। सनद रहे कि जिस दिन इन नेताओं की गिरफ्तारी हुई, उस दिन सीबीआई हेडक्वार्टर का तृणमूल कांग्रेस (TMC) समर्थकों ने घेराव किया, रोड़ेबाजी की। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद 6 घंटे तक मुख्यालत में इस मांग को लेकर बैठी रहीं कि उन्हें भी गिरफ्तार किया जाये। सीबीआई ने अलग से मेडिकल बोर्ड बनाने की मांग भी की है, ताकि असलियत पता चल सके कि गिरफ्तार नेता वास्तव में बीमार हैं या जेल में रहने से बचने का यह बहाना मात्र है।

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ममता बनर्जी नारदा स्टिंग मामले में गिरफ्तार फिरहाद हकीम बाबी के घर गयीं। उन्होंने परिवारी जनों को भरोसा दिलाया कि हर हाल में फिरहाद को छुड़ा कर रहूंगी। हालांकि ममता नवान्न (सचिवालय) से निकल जब फिरहाद के घर पहुंचीं, उस वक्त उनकी पत्नी फिरहाद से मिलने गयी थीं। घर पर बेटी से मुलाकात हुई। उन्होंने कहा कि घबरायें नहीं, फिरहाद को बाहर निकालना उनका दायित्व है।

नारदा स्टिंग में गिरफ्तार मदन मित्र ने अपने मामले की सुनवाई दूसरे कोर्ट में कराने की याचिका दाखिल की है। इस पर कल सुनवाई होनी है। इस बीच पुलिस ने सीबीआई मुख्यालय पर रोड़ेबाजी और तोड़फोड़ के आरोप में खिदिरपुर और बेनियापुकुर से 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।

सीबीआई के केस की सुनवाई बंगाल के बाहर कराने के आवेदन से बिहार के चारा घोटाले की याद ताजा हो गयी है, जब सीबीआई के तत्कालीन डिप्टी डायरेक्टर यूएन विश्वास पत्रकारों से अक्सर कहा करते थे कि कोलकाता से चलते वक्त वह अपनी पत्नी को बोल कर आते हैं कि क्या पता वह लौटें कि नहीं। बाद में विश्वास ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन बाद में उन्होंने अपने को किनारे कर लिया। इस बार विधानसभा चुनाव के वक्त यह भी खबर थी कि वे बीजेपी के साथ जा सकते हैं।

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