सुशील मोदी ने RJD को प्रायश्चित करने की सलाह दी

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महम्मदपुर नरसंहार के असली साजिशकर्ता राजेश यादव को को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का संरक्षण प्राप्त है। सुशील मोदी ने यह आरोप लगाया है।
महम्मदपुर नरसंहार के असली साजिशकर्ता राजेश यादव को को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का संरक्षण प्राप्त है। सुशील मोदी ने यह आरोप लगाया है।

पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने RJD को प्रायश्चित करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि नीतीश की साफ छवि को राजद ने भुनाया। रिजर्वेशन पर दलितों-पिछड़ों को गुमराह कर 2015 में लालू प्रसाद की पार्टी नीतीश कुमार की साफ छवि के सहारे आरजेडी जब सत्ता में लौटा, तब फिर भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा देकर सम्पत्ति बनाने में जुट गया था।

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एक तरफ बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को जमानत मिली और नाबालिग से बलात्कार करने वाले तत्कालीन विधायक राजबल्लभ यादव का बचाव किया गया, दूसरी तरफ पार्टी प्रमुख का परिवार जमीन, माल और मिट्टी घोटाले में लिप्त होता रहा। राजद को महागठबंधन सरकार के गिरने की दूसरी बरसी पर प्रायश्चित दिवस मनाना चाहिए।

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श्री मोदी ने कहा कि बिहार में जिस दल पर मुख्य विरोधी दल की जिम्मेवारी है, उसके नेता तेजस्वी प्रसाद यादव लोकसभा चुनाव में पार्टी का सूपड़ा साफ होने के बाद 33 दिन तक जनता और विधायिका की पहुंच से बाहर रहे। 25 दिन तक विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए, लेकिन पार्टी ने न उनसे स्पष्टीकरण मांगा, न उनके विकल्प के बारे में फैसला किया। उन्होंने कहा कि जो नेता न चमकी बुखार से पीड़ित या मृत बच्चों के परिवार का दुख बांटने गया, न बाढ़ पीड़ितों की सहायता करने पहुंचा, उसे अभी से मुख्यमंत्री-प्रत्याशी घोषित करने वालों को पार्टी के आंतरिक हालात पर काला दिवस अवश्य मनाना चाहिए।

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एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि लोकसभा की पीठासीन अधिकारी और वरिष्ठ महिला सांसद रमा देवी पर सपा सांसद आजम खान की अमर्यादित टिप्पणी के विरुद्ध वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, स्मृति इरानी, राजद की नेता राबड़ी देवी और बसपा प्रमुख मायावती से लेकर तृणमूल की सांसद मिमी चक्रवर्ती तक, लगभग सभी दलों की महिलाओं ने जैसी मुखर एकजुटता दिखायी है, उससे उम्मीद है कि लोकसभा का आसन आम सहमति से कोई ऐसा दंडात्मक फैसला करेगा, जो महिलाओं पर अमर्यादित टिप्पणी करने वालों के लिए एक डरावनी मिसाल साबित होगा। अच्छा होता यदि महिला सांसदों ने तीन तलाक रोकने वाले बिल के मुद्दे पर भी पार्टी लाइन से ऊपर उठने का साहस दिखाया होता।

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