लाक डाउन का सख्ती का पालन कराने के लिए महिलाएं सड़क पर

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लाक डाउन का सख्ती का पालन कराने के लिए महिलाएं सड़क पर
लाक डाउन का सख्ती का पालन कराने के लिए महिलाएं सड़क पर

रांची। लाक डाउन का सख्ती का पालन कराने के लिए महिलाएं सड़क पर उतर आई हैं। बेड़ो में महिलाओं ने इसके लिए जंग छेड़ रखी है। पुरुष घरों में दुबके हैं। लाक डाउन के नियमों को गांव वालों द्वारा पालन नहीं करने पर महिलाएं लाठी-डंडा लेकर निकल रोज पड़ती हैं और इसका उल्लंघन करने वालों को अपना चंडी रूप दिखाती हैं। इनके खौफ से सभी घर में कैद होने को मजबूर हो गये हैं।

सड़कों पर चित्र बना कर लाक डाउन पालन का दे रहे संदेश

अल्बर्ट एक्का चौक पर सड़क पर चित्र बना लाक डाउन पालन का दे रहे संदेश
अल्बर्ट एक्का चौक पर सड़क पर चित्र बना लाक डाउन पालन का दे रहे संदेश

उधर अपने-अपने दाज में लोग कोरोना वायरस से बचाव का संदेश दे रहे हैं। अल्बर्ट एक्का चौक के पास लोगों को लाक डाउन पालन करने का संदेश देने के लिए सड़क पर चित्र बनाकर संदेश दिया जा रहा है। संदेश साफभ है- कोरोना वायरस रोकना है तो सड़क पर ना निकलें। महर्षि सेवा संस्थान से सदस्यों द्वारा इस तरह के चित्रों से लोगों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि सभी अपने घर में रहें और सुरक्षित रहें।

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नगराटोली में 200 जरूरतमंदों के बीच बंट रहा भोजन पैकेट

नगराटोली में 200 जरूरतमंदों के बीच बंट रहा भोजन पैकेट
नगराटोली में 200 जरूरतमंदों के बीच बंट रहा भोजन पैकेट

इधर गरीब और जरूरतमंद लोगों के बीच कई सामाजिक संस्थाएं और गली-मोहल्लों के लोग जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐसे लोगों और संस्थाओं के प्रति आभार भी व्यक्त किया है। नगराटोली मोहल्ले में सामुदायिक भवन में रोज तकरीबन 200 लोगों के बीच खाने का पैकेट वितरित किया जा रहा है। मोहल्ले के युवक जनसहयोग से खाने की सामग्री एकत्र करते और बांटते हैं। इस काम में मनन, दीपक, संजय, चंदन, रिक्की, राकेश समेत करीब दर्जन भर युवक लगे हुए हैं।

डोर स्टेप सहायता पहुंचाने हेतु डाक विभाग का करें इस्तेमाल

योजना सह वित्त विभाग, झारखंड सरकार के अपर मुख्य सचिव के के खंडेलवाल ने सभी उपायुक्तों को कोरोना संक्रमण के संकट में लोगों तक डोर स्टेप सहायता पहुंचाने हेतु डाक विभाग से सहयोग लेने को कहा।  डाक विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के आधार पर उन्होंने कहा कि डाक विभाग के कुल 3784 डाकघरों (3513 ग्रामीण डाकघरों सहित) में 6599 पोस्टमैन तथा ग्रामीण डाक सेवक कार्यरत हैं।  ये कर्मी स्मार्ट मोबाइल सेवा से युक्त हैं। इन सब का उपयोग नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं जैसे राशन, दवा, धनराशि का भुगतान, सेनिटाइजेशन आदि उपलब्ध कराने में किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थितियों में स्थानीय स्तर पर डाक विभाग के अधिकारियों से अथवा  आवश्यकतानुसार डाक विभाग की सेवाएं लिए जाने हेतु असिस्टेन्ट सुपरिटेंडेंट, पोस्ट बैंक ऑफ इंडिया एवं चीफ पोस्ट मास्टर जनरल से सीधे संपर्क स्थापित किया जा सकता है।

पोस्ट ऑफिस के माइक्रो एटीएम/ एईपीएस से डोर स्टेप कैश

खंडेलवाल ने विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित लाभार्थियों को कोविड-19 आपदा से उत्पन्न स्थिति में पोस्ट ऑफिस के माइक्रो एटीएम/ एईपीएस के माध्यम से डोर स्टेप/अपने ग्राम में धनराशि आहरण की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य के कल्याणकारी योजनाओं में धनराशि लाभार्थी के बैंक खातों में सीधे हस्तांतरित की जाती है तथा लाभार्थी द्वारा बैंक जाकर धन राशि का आहरण किया जाता है। कोविड-19 के तहत लागू लॉक डाउन के कारण बैंक में लगने वाली अनावश्यक भीड़ से बचने हेतु लाभार्थी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराने की आवश्यकता है । डाक विभाग में  माइक्रो एटीएम/ एईपीएस उपलब्ध है, जिसके माध्यम से किसी भी बैंक के खातों से धनराशि उपलब्ध करा सकते हैं । उन्होंने सभी जिलों के उपायुक्तों को कहा कि इस व्यवस्था के परिचालन हेतु अपने जिले के प्रधान पोस्ट मास्टर से समन्वय स्थापित करते हुए जिला पंचायती राज पदाधिकारी के माध्यम से ग्राम पंचायत स्तर पर इस सुविधा का लाभ आमजन तक पहुंचाएं।

माइक्रो एटीएम/ एईपीएस से निकासी के लिए आधार जरूरी

खण्डेलवाल ने बताया कि माइक्रो एटीएम/ एईपीएस से राशि की निकासी के लिए आधार का होना आवश्यक है तथा इसके लिए लाभार्थी के अंगूठे के निशान आदि के माध्यम से प्रमाणीकरण किया जाता है। इन सभी कार्यों  में सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सुनिश्चित करें। साथ ही मौके पर हैंड सैनिटाइजर, साबुन आदि की भी व्यवस्था कर ली जाए, जिससे सभी लाभार्थी इस सुविधा का लाभ उठा सकें।

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