मुख्यमंत्री नीतीश गया के अस्पताल में मिले लू से पीड़ितों से

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ए.एन.एम.एम.सी.एच. में हीट स्ट्रोक से पीड़ित मरीजों से मुख्यमंत्री ने की मुलाकात, अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर दिये आवश्यक दिशा निर्देश
ए.एन.एम.एम.सी.एच. में हीट स्ट्रोक से पीड़ित मरीजों से मुख्यमंत्री ने की मुलाकात, अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर दिये आवश्यक दिशा निर्देश

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को ए.एन.एम.एम.सी.एच., गया में हीट स्ट्रोक (लू) से प्रभावित मरीजों से मुलाकात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने पीड़ित मरीजों को आश्वस्त किया कि उन्हें हरसंभव चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। अस्पताल के अधीक्षक, प्राचार्य एवं चिकित्सकों से मुख्यमंत्री ने मरीजों के इलाज के संबंध में विस्तृत जानकारी ली एवं उन्हें कई निर्देश दिये। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया के प्रशासनिक भवन में हीट स्ट्रोक (लू) एवं जापानी इंसेफ्लाइटिस से निपटने की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।

मुख्यमंत्री के समक्ष इस संबंध में एक प्रस्तुतीकरण भी दिया गया। मगध प्रमण्डल के आयुक्त पंकज कुमार पाल ने हीट स्ट्रोक से पीड़ित मरीजों के इलाज के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान गया, औरंगाबाद एवं नवादा में अस्पतालों की स्थिति पर भी चर्चा की गयी। मौसम की स्थिति, पेयजल की उपलब्धता, हर घर नल का जल योजना की अद्यतन स्थिति से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी कि पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये टैंकर के माध्यम से भी पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। बैठक के दौरान जापानी इंसेफ्लाइटिस पर भी विस्तार से चर्चा की गयी। जापानी इंसेफ्लाइटिस के टीकाकरण के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तारपूर्वक बताया गया।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि खुले में शौच से मुक्ति एवं पीने का शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो जाये तो नब्बे प्रतिशत बीमारियों से छुटकारा मिल जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि साफ-सफाई एवं स्वच्छता पर विषेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिये लोगों को निरंतर जागरूक करते रहने की भी आवश्यकता है।

बैठक के क्रम में मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि जो भी पीड़ित मरीज हैं, उनके इलाज का माइक्रोलेवल पर आकलन करें कि किस परिस्थिति में इनकी तबीयत खराब हुई और अन्य बीमारियों के कुछ लक्षण तो नहीं हैं, इसकी भी जांच कर लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि लू से मरने वाले लोगों का जल्द से जल्द सत्यापन करा लें, ताकि उनको आपदा से संबंधित अनुग्रह अनुदान की राशि शीघ्र मिल सके। मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव स्वास्थ्य को ए.एन.एम.एम.सी.एच. को एक हजार बेड क्षमता वाले अस्पताल के रूप में परिणत हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने हर बिंदु पर विस्तृत समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

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इस दौरान उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, शिक्षा मंत्री श्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा, सांसद विजय मांझी, विधायक राजीव दांगी, विधान पार्षद मनोरमा देवी, मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रधान सचिव स्वास्थ्य संजय कुमार, प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण जीतेन्द्र श्रीवास्तव, मगध प्रमंडल के आयुक्त पंकज कुमार पाल, मगध रेंज के डी0आई0जी0 विनय कुमार, गया के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह, औरंगाबाद के जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल, नवादा के जिलाधिकारी कौशल कुमार, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया के अधीक्षक डॉ. विजय कृष्ण प्रसाद, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया के प्रधानाचार्य डॉ. एच0जी0 अग्रवाल सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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