फौजी किसान पार्टी बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेगी, हुआ गठन

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फौजी किसान पार्टी बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। 200 उम्रामीदवार उतारेगी। जनीति में सकारात्मक विकल्प के तौर पर इस नयी पार्टी का गठन हुआ है।
फौजी किसान पार्टी बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। 200 उम्रामीदवार उतारेगी। जनीति में सकारात्मक विकल्प के तौर पर इस नयी पार्टी का गठन हुआ है।

पटना। फौजी किसान पार्टी बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। 200 उम्रामीदवार उतारेगी। जनीति में सकारात्मक विकल्प के तौर पर इस नयी पार्टी का गठन हुआ है। बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व आज प्रदेश की राजनीति में सकारात्मक विकल्प देने के लिए इस नयी पार्टी की घोषणा पटना में संवाददाता सम्मेलन के दौरान समाजसेवी (गंगापुत्र) विकास चंद्र उर्फ गुड्डू बाबा ने की। पार्टी का नाम ‘फौजी किसान पार्टी’ रखा गया है। इसका मुख्य उद्देश्य मुट्ठी भर लोगों के कब्जे से लोकतंत्र को बचाकर आम युवाओं तक पहुंचाना है। इस बारे में फौजी किसान पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक विकास चंद्र उर्फ गुड्डू बाबा ने कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में कम से कम 200 युवाओं को चुनाव में उतारा जाएगा। पार्टी का चुनावी स्लोगन होगा- ‘जागा बिहार-नया बिहार सपना’।

इस नयी पार्टी की घोषणा पटना में संवाददाता सम्मेलन के दौरान समाजसेवी (गंगापुत्र) विकास चंद्र उर्फ गुड्डू बाबा ने की।
इस नयी पार्टी की घोषणा पटना में संवाददाता सम्मेलन के दौरान समाजसेवी (गंगापुत्र) विकास चंद्र उर्फ गुड्डू बाबा ने की।

विकास चंद्र उर्फ गुड्डू बाबा ने कहा कि यह पार्टी वर्तमान दौर में सभी पार्टियों से अलग होगी। हम बिहार में बंद पड़े  तमाम उद्योग-धंधों को चालू करवा कर और नए बड़े-बड़े एवं लघु उद्योगों की स्थापना कर रोजगार की समस्या दूर करना चाहते हैं। साथ ही बिहारी युवाओं को प्रदेश में रोजगार देकर पलायन को कम करना हमारा उद्देश्य है। हम प्रदेश की शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को उन्नत बनाने के लिए कृतसंकल्पित हैं। इसके व्यवसायीकरण पर नियंत्रण कर सरकारी संस्थानों को सक्षम बनाना हमारी प्राथमिकता होगी।

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उन्होंने कहा कि बिहार में दवा माफियाओं के साम्राज्य को मिटाना, गरीबों का राशन लूटने वालों के खिलाफ स्पेशल टास्क फोर्स और स्पेशल कोर्ट का गठन, बिहार में विधि व्यवस्था को दुरुस्त बनाकर उद्योगपतियों को बिहार में आमंत्रण, राज्य में छेड़खानी बलात्कार जैसे घृणित कार्यों को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ स्पेशल टास्क फोर्स व स्पेशल कोर्ट का गठन, मजदूरों का सम्मान बढ़ाने के लिए 38 जिलों से 38 मजदूरों को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाना हमारी प्राथमिकताओं में है।

उन्होंने बिहार में संविदा पर बहाली के खेल को खत्म कर आम लोगों को बंधुआ मजदूरी से मुक्ति दिलवाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य में बंद पड़े राजकीय नलकूपों को चालू करा कर और सिंचाई के अन्य साधनों को सफल बनाकर किसानों की स्थिति में सुधार करेंगे। राज्य की 86 गौशालाओं की लगभग 5 एकड़ भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाकर जानवरों के अधिकारों की सुरक्षा और दूध उत्पादन के क्षेत्र में बिहार को विश्व स्तर पर सम्मान देंगे। सरकारी भूमि को भूमि माफियाओं से मुक्त कराकर अतिक्रमण ग्रीन गरीबों की भूमि को अवकाश की व्यवस्था आवास की व्यवस्था करवाना भी हमारी प्राथमिकताओं में है। छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए बिहार को उच्च शिक्षा चिकित्सा शिक्षा और तकनीकी शिक्षा का केंद्र बनाना चाहते हैं।

फौजी किसान पार्टी के गठन के अवसर पर पार्टी के अध्यक्ष मुन्ना सिंह, रोशन सिंह राठौर, राकेश रंजन (सभी भूतपूर्व सैनिक) बाबा विवेक द्विवेदी, मनीष कश्यप, सुजीत रमन, गोविंद कुमार, रामा ठाकुर, लोरी दास, राधेश्याम यादव, विवेक विश्वास, मुन्ना बाबा, शशीकांत सिंह, श्रीमती हजारी देवी और निर्मला कुमारी आदि लोग उपस्थित रहे।

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