दिल्ली में आप-कांग्रेस की जोड़ी पर भारी पड़ेगी भाजपाः राजीव

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राजीव रंजन
राजीव रंजन

पटना। दिल्ली में आप-कांग्रेस के बीच सीक्रेट डील होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। लेकिन यह भी तय है कि इन दोनों पर भाजपा भारी पड़ेगी। भाजपा प्रवक्ता व पूर्व विधायक राजीव रंजन ने कहा कि राजनीति में क्रांति लाने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी एक बार फिर से दिल्लीवासियों को बहला-फुसला कर अपना उल्लू सीधा करने की फ़िराक में है। लोगों की मानें तो उसके इस काम में कांग्रेस भी गुप्त रूप से साथ निभा रही है।

याद करें तो पिछली बार भी ये दोनों दल पूरे चुनाव एक दूसरे पर कीचड़ उछालते रहे। केजरीवाल जी ने तो अपने बच्चों की कसम तक खाकर कांग्रेस के साथ किसी तरह का गठबंधन न करने का वादा किया था। लेकिन चुनाव समाप्त होते ही दोनों दलों ने बिछड़े भाइयों की तरह मिलकर तुरंत ही सरकार का गठन कर लिया। हालांकि इनकी अवसरवादिता और स्वार्थ के कारण वह सरकार ज्यादा दिन नहीं चली। इस बार भी दोनों पार्टियों के उसी तरह के रंग-ढंग साफ़ देखें जा सकते हैं।

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श्री रंजन ने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह वोट कटवा पार्टी की भूमिका निभा रही है। उसे पता है कि वह न तो तीन में है और न तेरह में। इसीलिए उसका पूरा ध्यान केजरीवाल विरोधी वोटों को बाँटने में लगा हुआ है। कांग्रेस की कोशिश है कि किसी तरह कुछ सीटों पर कब्जा कर ले और अन्य राज्यों की तरह केजरीवाल के सामने आत्मसमर्पण कर सरकार में शामिल हो जाए। बहरहाल ये दोनों दल जान लें कि काठ की हांडी चूल्हे पर बार-बार नहीं चढ़ती। सत्ता के लिए उनका लालच, जनता के सामने बेपर्दा हो चुका है।

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भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि इन चुनावों में बिहार, यूपी के लोग सबसे अहम भूमिका निभाने वाले हैं। आंकड़ो के मुताबिक राज्य की 27 सीटों पर उनकी निर्णायक भूमिका रहने वाली है। यह सारे पूर्वांचल के लोग भूले नहीं हैं कि कैसे केजरीवाल और कांग्रेस उनका मजाक बनाते रहे हैं। यह कांग्रेस ही थी जिसके नेता यूपी-बिहार के लोगों को दिल्ली के अपराध का सबसे बड़ा कारण बताते थे। दूसरी तरफ केजरीवाल तो खुलेआम बिहारियों पर 500 रुपए का टिकट लेकर दिल्ली आने और लाखों का इलाज करवा कर चले जाने का आरोप लगा चुके हैं। इसीलिए जनता इस बार इन दोनों दलों को बाहर का रास्ता दिखाने का मन बना चुकी है। आगामी 12 फरवरी को दिल्ली में भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बननी तय है।

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