डी. कृष्ण राव
कोलकाता। अमित शाह के बुलावे पर टीएमसी छोड़ कर बीजेपी ज्वाइन करने के इच्छुक आधा दर्जन नेता आज शाम दिल्ली गये। हालांकि अमित शाह दो दिनों के अंदर आएंगे। शाह ने ठाकुरनगर में मतुआ समाज के लोगों को आश्वस्त किया है कि बना हुआ पांडाल न खोलें। वे अगले 48 घंटे के भीतर कोलकाता पहंचेंगे। अमित शाह को कल रात 11 बजे तक कोलकाता पहुंचना था, लेकिन इस्राइली दूतावास के बाहर हुए बम विस्फोट के कारण उन्हें पूर्व प्रस्तावित दो दिनों की बंगाल यात्रा को ऐन मौके पर टालना पड़ा।
BJP के केंद्रीय नेतृत्व ने चार्टर्ड प्लेन भेज कर टीएमसी छोड़ने वाले राजीव बनर्जी, वैशाली डालमिया, प्रबीर घोषाल, रथीन्द्र चक्रवर्ती, रूद्रनील घोष, पार्थ चटर्जी को दिल्ली बुलाया है। वे आज शाम रवाना भी हो गये हैं। अमित शाह और जेपी नड्डा से उनके मिलने का का कार्यक्रम है। हावड़ा में भाजपा के डुमुरजला में कल होने वाले योगदान मेले में टीएमसी छोड़ने वाले कई हैवीवेट नेता शामिल होंगे। अमित शाह सभा को वर्चुअल सम्बोधित करेंगे। मंच पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, और राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ के भी उपस्थित रहने की संभावना है।
आज दिन में टीएमसी छोड़ कर बीजेपी ज्वाइन कर चुके शुभेंदु अधिकारी के सेंट्रल कोलकाता के एक फ्लैट में राजीव बनर्जी, वैशाली डालमिया, प्रबीर घोषाल और रथीन चक्रवर्ती जुटे थे। बैठक अभी चल ही रही थी कि दिल्ली से एक फोन आया और सबके चेहरे खिल उठे। दरअसल उन नेताओं को बीजेपी द्वारा दिल्ली बुलाये जाने का केंद्रीय नेतृत्व का संदेश था। दिल्ली से बीजेपी ने उनको लाने के लिए चार्टर्ड प्लेन भेजा, जो शाम 5 बजे उन्हें लेकर दिल्ली रवाना हो गया।
अमित शाह की ओर से जैसी जानकारी दी गयी कि वे अगले 48 के भीतर कोलकाता पहुंचेंगे। इसलिए सारे कार्यक्रम यथावत रहेंगे। सिर्फ उनकी भौतिक उपस्थिति नहीं रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी 7 फरवरी को हलदिया में सरकारी प्रोग्राम में भाग लेने आने की संभावना है। इसी दिन प्रधानमंत्री दक्षिणेश्वर मेट्रो का शुभारम्भ भी कर सकते हैं।
गृहमंत्री अमित शाह की 2 दिन का बंगाल दौरा रद्द होते ही राज्य में सियासत तेज हो गई है। राज्य की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी की ओर से यह आरोप लगाया जा रहा है कि अमित शाह के पास बंगाल को देने के लिए कुछ है नहीं, इसीलिए यह दौरा उन्होंने अचानक रद्द कर दिया। अमित शाह की आज ही ठाकुर नगर में सभा होने वाली थी, जिसमें मतुआ समाज के लिए एक बड़े पैकेज की घोषणा का अनुमान लगाया जा रहा था।
इसके अलावा सीएए लागू करने की तारीख भी घोषणा करने की बात थी, क्योंकि यहां के लोग काफी दिनों से इस कानून के लागू होने के इंतजार में हैं। मतुआ संघ परिवार की ममता बाला ठाकुर, जो पिछले लोकसभा चुनाव में टीएमसी के उम्मीदवार थी, लेकिन भाजपा के उम्मीदवार उसी परिवार के शांतनु ठाकुर ने सीएए लागू कराने का वादा कर चुनाव में बाजी मार ली। इसके बाद इस कानून के लागू होने में देरी देख शांतनु ठाकुर कुछ दिन से बीजेपी से नाराज होकर सभी कार्यक्रमों का बायकट कर रहे थे। मुकुल राय व कैलाश विजयवर्गीय की ओर से काफी समझाये जाने के बाद शांतनु ठाकुर फिर से पार्टी में सक्रिय हुए।
यह भी पढ़ेंः अमित शाह बंगाल में मचाएंगे धमाल, TMC को करेंगे कंगाल(Opens in a new browser tab)
शांतनु ठाकुर से भाजपा ने यह भी वादा किया था कि अमित शाह 30 जनवरी की सभा से सीएए लागू कराने की तारीख की घोषणा करेंगे, लेकिन कल रात अचानक अमित शाह की सभा रद्द होने से टीएमसी के पूर्व सांसद गीता बाला ठाकुर ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री को सीएए लागू करना ही नहीं था, इसीलिए उन्होंने अचानक सभा रद्द कर दी। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राणाघाट व वनगांव लोकसभा के लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतुआ संघ के लोगों का दबदबा है। इसके अलावा आसपास के 30 ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां मतुआ समुदाय निर्णायक हो सकता है।
अमित शाह के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कल रात से ही दूर-दूर से लाखों लोग आने शुरू चुके थे। आज वे निराश होकर घर लौटते दिखे। टीएमसी की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि दिल्ली में कुछ नहीं हुआ। अमित शाह को सीएए की घोषणा करनी ही नहीं थी, इसीलिए नहीं पहुंचे। मुकुल राय व कैलाश विजयवर्गीय ने आज दोपहर शांतनु ठाकुर के घर पहुंच कर समझाया और बताया कि अमित शाह ने आश्वस्त किया है कि वे अगले 48 घंटे के अंदर आयेंगे। उनकी सभा के लिए बना पांडाल न खोला जाए।
यह भी पढ़ेंः अमित शाह के कोलकाता पहुंचने के पहले ही दरकने लगी टीएमसी(Opens in a new browser tab)