स्वीमिंग जानते तो सोन नदी में नहीं डूबते 3 बच्चे, हो गयी डेथ

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बच्चों की मौत के बाद विलाप करते परिजन
बच्चों की मौत के बाद विलाप करते परिजन

सासाराम (बिहार)। स्वीमिंग जानते तो सोन नदी में नहीं डूबते 3 बच्चे, हो गयी उनकी डेथ। झारखंडी मंदिर के समीप में सोन नदी में नहाने गए थे तीनों बच्चे। तीनों डूब गये। गहरे पानी में पहुंच जाने से वे डूब गये और उनकी जान चली गयी।

हादसा उस समय हुआ, जब तीनों युवक सोन नदी में नहाने के लिए पानी में उतरे। तीनों बच्चे नहाते हुए किनारे से सोन नदी की गहराई में उतरते चले गए। नदी में उस जगह पर पानी अधिक होने से तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई।

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एक बच्चा किनारे खड़ा था। उसी के शोर मचाने पर आसपास के लोग दौड़े आये, मगर नदी में बहाव अधिक होने से कोई बचाने नहीं गया। इसका परिणाम यह हुआ कि तीनों बच्चे नदी के बहाव में चले गए। डूबने की सूटना स्थानीय प्रशासन को दी गई। सूचना के तुरंत बाद एसडीएम लाल ज्योतिनाथ शाहदेव ने अंचलाधिकारी गुलाम शाहिद को तुरंत डूबे बच्चों की खोजबीन गोताखोर व महाजाल के माध्यम से कराने का निर्देश दिया।

गोताखोरों के अथक प्रयास से बच्चे मिले, लेकिन तब तक उनकी जान चली गयी थी। जानकारी के अनुसार,  बच्चों को तैरना नहीं आता था, लेकिन वे नदी में नहाने उतर गए और गहराई में चले गए। तीनों मृतक बच्चे आईटीआई के पास महादलित टोला परिवार के हैं।

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मृतकों में कन्हाई डोम का बेटा राजा डोम (उम्र 10 वर्ष), तन्नू डोम का बेटा रितिक डोम (उम्र 8 वर्ष) और सर्जन डोम का बेटा मंगरू डोम (उम्र 11 वर्ष) शामिल हैं। मौके पर उपस्थित सीओ गुलाम शाहिद ने बताया कि सभी शवों का पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा गया, लेकिन पोस्टमार्टम कराने को घर वाले तैयार नहीं हैं। अगर पोस्टमार्टम हो जाये एवं थाने में लिखित आवेदन आये है तो परिजनों को सरकार की ओर से उचित मुआवजा दिया जाएगा। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह और डेहरी थानाध्यक्ष कामख्या नारायण सिंह परीजनों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं।

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