बिहार के मदरसों में बम ब्लास्ट पर BJP और JDU में सियासी घमासान

0
374
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग एक बार उठी है। नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की खस्ताहाली उजागर होने के बाद नीतीश कुमार ने अपनी पुरानी मांग रिपीट कर दी है।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग एक बार उठी है। नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की खस्ताहाली उजागर होने के बाद नीतीश कुमार ने अपनी पुरानी मांग रिपीट कर दी है।

पटना। बिहार के मदरसों में हाल के महीनों में हुई बम ब्लास्ट की घटनाओं पर साथ मिल कर सरकार चला रही पार्टियों- BJP और JDU में सियासी घमासान मचा है। BJP से मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद ने दरभंगा में पार्सल बम ब्लास्ट के अलावा बिहार में अररिया, सीवान और बांका में हुई बम विस्फोट की घटनाओं पर बयान दिया था कि मदरसों में इसी तरह की गतिविधियां संचालित होती हैं। इस पर JDU के एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी का ताजा बयान आया है कि जिन लोगों ने आजादी की लड़ाई में भाग ही नहीं लिया, वे इस तरह की फिजूल बातें करते हैं। उन्हें मदरसों के बारे में मुकम्मल जानकारी ही नहीं है।

इससे पहले भी बिहार में दलितों पर मुसलमानों के अत्याचार और उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराये जाने की शिकायतें भाजपा के नेता करते रहे हैं। भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने तो यहां तक कह दिया था कि बिहार की पुलिस उल्टे दलितों को ही निशाना बना रही है। बिहार सरकार में बीजेपी के कोटे से मंत्री जनक राम की भी यही शिकायत थी। मदरस् में विस्फोट की बात भी उठी थी। तब जेडीयू की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री और हम (से) के नेता जीतनराम मांझी ने भाजपा पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि दलितों और मुसलमानों की एकता को देख भाजपा नेताओं के पेट में मरोड़ उठ रही है। पढ़ने वाले दलितों को नक्सली और मुसलमानों को आतंकी कहने-बताने का फैसन चल पड़ा है। निषाद और बलियावी के बयानों से फिर एक बार बिहार में सियासत गरमा गयी है।

- Advertisement -

क्या है दरभंगा पार्सल ब्लास्ट का मामला

याद रहे कि दरभंगा रेलवे जंक्‍शन पर तेलंगाना के सिकंदराबाद स्टेशन से बुक एक पार्सल में विस्‍फोट हुआ था। विस्फोट बारे में कहा जा रहा है कि कपड़े की गांठ में केमिकल बम था। वह उच्‍च तीव्रता का केमिकल बम था। हालांकि ब्‍लास्‍ट से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। जांच में पता चला है कि कपड़े की एक गांठ में रखी एक शीशी से विस्फोट हुआ था। दरभंगा में मोहम्मद सुफियान नाम का व्यक्ति इसे रिसीव करने वाला था। एफएसएल की जांच रिपोर्ट बिहार एटीएस को सौंप दी गई है। जांच में पता चला है कि बम विस्‍फोट में केमिकल विस्‍फोटक का इस्‍तेमाल किया था।

मामले की जांच में सहयोग के लिए उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम भी पटना पहुंची है। बिहार ATS और यूपी ATS के अधिकारी इस केस को NIA को सौंपने पर भी चर्चा करेंगे। बिहार ATS के अधिकारी तेलंगाना ATS से भी से भी संपर्क करेंगे। सिकंदराबाद में मौजूद यूपी ATS और तेलंगाना ATS को इस मामले में कई जानकारियां मिलने की बात कही जा रही है। यह बात भी सामने आई है कि पार्सल जिसके नाम से आया था, उसका कहीं कुछ पता नहीं चल पा रहा है। समझा जाता है कि गृह मंत्रालय इसकी जांच एनआईए को सौंप सकता है।

यह भी पढ़ेंः BJP और JDU की युगलबंदी बरकरार रहेगी, दोस्ती में दरार नहीं(Opens in a new browser tab)

- Advertisement -