PM नरेंद्र मोदी की सभा में 7 को BJP ज्वाइन करेंगे सौरभ गांगुली !

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PM नरेंद्र मोदी की सभा में 7 को सौरभ गांगुली BJP ज्वाइन कर सकते हैं। सौरभ गांगुली के बीजेपी ज्वाइन करने के कयासों पर विराम लग सकता है।
PM नरेंद्र मोदी की सभा में 7 को सौरभ गांगुली BJP ज्वाइन कर सकते हैं। सौरभ गांगुली के बीजेपी ज्वाइन करने के कयासों पर विराम लग सकता है।
  • डी. कृष्ण राव

कोलकाता। PM नरेंद्र मोदी की सभा में 7 को सौरभ गांगुली BJP ज्वाइन कर सकते हैं। सौरभ गांगुली के बीजेपी ज्वाइन करने के कयासों पर विराम लग सकता है। PM नरेंद्र मोदी की 7 को सभा है। बीजेपी की सूत्रों की मानें तो मोदी के मंच पर सौरभ उपस्थित रह सकते हैं। यानी उसी दिन वह बीजेपी का दामन थाम लेंगे। काफी दिनों से यह बात सियासी गलियारे में चर्चा का विषय है कि सौरभ गांगुली बीजेपी ज्वाइन करेंगे।

प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के कई नेताओं से उनकी मुलाकातों ने इन कयासों को हवा दे दी थी। लेकिन इसी बीच सौरभ बीमार हो गये। उनकी बीमारी के दौरान केंद्रीय ग-ह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह के बेटे जय शाह, राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अलावा प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के बीजेपी नेताओं ने जिस तरह उनकी खोज-खबर लेने की उत्सुकता दिखायी, उससे ही साफ हो गया कि देर-सबेर सौरभ गांगुली बीजेपी के होने वाले हैं।

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परसों यानी सोमवार की रात बीजेपी दो बड़े नेता मुकुल राय और कैलाश विजयवर्गीय ने उनसे मुलाकात की। समझा जाता है कि 7 मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में होने वाली पीएम मोदी की सभा को उनकी जानकारी के लिए उपयुक्त अवसर बताने की सलाह इन नेताओं ने दी। बताया जाता ह कि चर्चा यह भी हुई कि किस भव्य तरीके से सौरभ गांगुली के मंच स्थल तक लाया जाये, जिससे पूरे बंगाल में दादा के नाम से मशहूर साफ छवि के सौरभ की ज्वाइनिंग का बीजेपी राजनीतिक लाभ ले सके।

भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक बीजेपी भले यह दावा करे कि उसे विधानसभा में 200 सीटों पर कामयाबी मिलगी, लेकिन लगातार हो रहे अंदरूनी सर्वे और के कुछ चीवी चैनलों के सर्वे में यह बात उभर कर आयी है कि उसे सत्ता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत के अलावा कम से कम 30-40 सीटों का बंदोबस्त करना होगा। इसके लिए किसी बड़े प्रभाव वाले व्यक्ति को पार्टी में लाना जरूरी है। बंगाल के लोग सौरभ गांगुली पर भरोसा करते हैं और बड़ी संख्या में उनके फालोवर हैं। बीजेपी की जल्द से जल्द उन्हें अपने पाले में करने की बेचैनी की वजह भी यही बतायी जाती है।

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