मोदी के कारण काशी तो कन्हैया के कारण बेगूसराय बनी है HOT

0
153
कन्हैया कुमार-गिरिराज सिंह
कन्हैया कुमार-गिरिराज सिंह

बेगूसराय। मोदी के कारण काशी तो कन्हैया के कारण बेगूसराय बन गयी है HOT सीट। इटलैक्चुअल कन्हैया के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। वैसे RJD उम्मीदवार भी कम नहीं। तनवीर हसन को भी कमतर आंकना आसाना नहीं। इसलिए पिछले आम चुनाव में मोदी लहर में भी करीब 60 हजार वोटों से वे पीछे रह गये थे।  

बिहार में तीन चरणों में 14 लोकसभा सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है। अब 29 अप्रैल को चौथे चरण में 5 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। चौथे चरण में बिहार की पांच सीटों पर चुनाव होंगे। इनमें  बेगूसराय भी शामिल है। इसके अलावा दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर और मुंगेर की सीटें भी शामिल हैं। इन 5 सीटों पर 66 उम्मीदवार मैदान में हैं। 2014 में इन सभी सीटों पर एनडीए के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी। इस बार NDA और महागठबंधन के बीच काफी कांटे की टक्कर के आसार हैं। 27 अप्रैल को प्रचार थम जाएगा।

- Advertisement -

यह भी पढ़ेंः ‘चोर मचाए शोर’ की कहावत चरितार्थ कर रही है कांग्रेसः सुमो

बेगूसराय में जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष व सीपीआई के उम्मीदवार  कन्हैया कुमार और भाजपा के गिरिराज सिंह के अलावा महागठबंधन की ओर से आरजेडी प्रत्याशी डॉ. तनवीर हसन चुनावी मैदान में हैं। उजियारपुर सीट से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय बीजेपी के प्रत्याशी हैं तो महागठबंधन व रालोसपा के सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा। मुंगेर सीट से महागठबंधन के प्रत्याशी बाहुबली नेता अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। एनडीए ने जेडीयू के राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को मैदान में उतारा है। दरभंगा सीट से महागठबंधन के राजद प्रत्याशी अब्दुल बारी सिद्धकी और बीजेपी के गोपाल जी ठाकुर के बीच मुकाबला होगा। समस्तीपुर से एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान के भाई रामचंद्र पासवान, महागठबंधन से कांग्रेस के उम्मीदवार अशोक राम हैं।

यह भी पढ़ेंः स्वीमिंग जानते तो सोन नदी में नहीं डूबते 3 बच्चे, हो गयी डेथ

पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में इन पांचों सीटों पर खासा मतदान हुआ था। बेगूसराय में  60.6% मतदान हुआ था। उजियारपुर में 60.2%, दरभंगा में 55.4% ,समस्तीपुर में 57.3 और मुंगेर में 53.1% वोट पड़े थे।

बेगूसराय लोकसभा सीट का चुनाव इस बार कन्हैया कुमार के सीपीआई उम्मीदवार बनने के कारण देशभर में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। इस सीट से बीजेपी ने अपने फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह को उतारा है। इसलिए यह सीट काफी हॉट बनी हई है। राजद ने डॉ. तनवीर हसन को अपना प्रत्याशी बना कर लड़ाई को त्रिकोणात्मक बना दिया है। इस सीट पर किसी प्रत्याशी की जीत में निर्णायक बनेंगे भूमिहार, यादव और मुस्लिम जाति के वोटर।

यह भी पढ़ेंः BJP ने कहा- झूठ बोलने में राहुल ने सुप्रीम कोर्ट को भी नही बख्शा

बीजेपी के प्रत्याशी गिरिराज सिंह ने अभी तक चुनाव प्रचार में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई अन्य नेता उनके समर्थन में चुनाव प्रचार  कर चुके हैं। दूसरी ओर कन्हैया कुमार के समर्थन में भी जेएनयू के छात्र नेता शहला रशीद, जिग्नेश मेवाणी, सीपीएम के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी, अमरजीत कौर, गीतकार मो. जावेद अख्तर के अलावा कई बड़े नेता और इंटलैक्चुअल चुनावी सभा कर रहे हैं। महागठबंधन के प्रत्याशी डॉ. तनवीर हसन के पक्ष में भी पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की दो चुनावी सभाएं हो चुकी हैं। इसके अलावा महागठबंधन के कांग्रेसी,  रालोसपा नेता और वीआइपी पार्टी के भी कई नेता दिन-रात चुनाव प्रचार कर तनवीर हसन के पक्ष में वोट मांग रहे हैं।

यह भी पढ़ेंः जब हिंदी के कमर एतना नाजुक बा, त ओकरा टूटिये जाये में भलाई बा

इस सीट पर 2009 के आम चुनाव में जेडीयू उम्मीदवार डॉ. मोनाजिर हसन ने सीपीएम के दिग्गज प्रत्याशी शत्रुघ्न प्रसाद सिंह को हराया था। 2014 के चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी डॉ. भोला सिंह ने इस सीट से राजद के डॉ. तनवीर हसन को लगभग 58 हजार वोटों से हराकर चुनाव जीत लिया था। इस बार के चुनाव में कन्हैया कुमार, गिरिराज सिंह और डॉ. तनवीर हसन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।

यह भी पढ़ेंः रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून यानी झारखंड का पलामू

- Advertisement -