झारखंड में पारा शिक्षकों के मानदेय बढ़ाने लिये नयी नियमावली बनेगी

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झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास

मुख्यमंत्री ने बनाई उच्चस्तरीय कमेटी, पारा शिक्षकों से काम पर लौटने की अपील

रांची। नये साल में झारखंड सरकार को पारा शिक्षकों की सुध आयी। मुख्यमंत्री ने पारा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। साथ ही यह भी घोषणा की है कि हाल के दिनों में जिन पारा शिक्षकों की मौत हुई है, उनके आश्रितों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से एक-एक लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। उन्होंने पारा शिक्षकों से काम पर लौटने की अपील भी की।

मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने पारा शिक्षकों की मांगों पर विचार करने के लिये उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। शिक्षा मंत्री श्रीमती नीरा यादव के नेतृत्व में समिति बनाई गयी है, जिसमें विकास आयुक्त श्री डी.के. तिवारी, वित्त आयुक्त श्री सुखदेव सिंह और शिक्षा सचिव श्री ए.पी. सिंह को शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि उच्चस्तरीय समिति पारा शिक्षकों के मानदेय बढ़ाने, टेट पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति आदि के लिये नयी नियमावली बनाने पर विचार करेगी।

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मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि पारा शिक्षकों की अन्य मांगों पर भी उच्चस्तरीय समिति विचारोपरांत विधिसम्मत अनुशंसा करे। हाल के दिनों में जिन पारा शिक्षकों का निधन हुआ, उनके आश्रित को विवेकाधीन कोष से 1-1 लाख रूपये देने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की। यह रकम पारा शिक्षक कल्याण कोष से पारा शिक्षकों के आश्रितों को दी जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि हाल के दिनों में कई पारा शिक्षकों के निधन की सूचना राज्य सरकार को प्रप्त हुई है। उन्होंने सभी के परिजनों को अपने विवेकाधीन कोष से 1-1 लाख रूपये दने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि नियमावली बनने के बाद पारा शिक्षक कल्याण कोष से पारा शिक्षकों के आश्रितों को आर्थिक मदद की जायेगी। मुख्यमंत्री ने सभी पारा शिक्षकों से काम पर लौटने की अपील की है। साथ ही, यह भी कहा कि सरकार पारा शिक्षकों की मांगों पर गंभीर है और उनके हितों का हरसंभव ख्याल रखा जायेगा।

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शौचालय के मामले में देश के प्रथम 10 जिलों में झारखंड का हजारीबाग 4 था व लोहरदगा 8 वां 

विश्व शौचालय दिवस पर भारत सरकार के पेयजल और स्वच्छता विभाग द्वारा आयोजित प्रतियोगिता का परिणाम घोषित हुआ। परिणाम में देश के प्रथम 10 जिलों में हजारीबाग 4 थे एवं लोहरदगा 8 वें स्थान पर रहा। साथ ही, स्पेशल मेंशन वाले देश के 30 जिलों में कोडरमा 12वें, रामगढ़ 23वें और सिमडेगा 25 वें स्थान पर रहा। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने सफल जिलों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह सफलता राज्य के सवा तीन करोड़ लोगों की है। उन्होंने कहा सफलता हमें और बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।

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