मोदीराज में आर्थिक वृद्धि दर 7.4% से अधिक रहने का अनुमान: राजीव

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पटना वर्तमान सरकार में देश की अर्थव्यवस्था के निरंतर मजबूत रहने की बात कहते हुए प्रदेश भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक श्री राजीव रंजन ने इसका श्रेय प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी की कुशल आर्थिक नीतियों को दिया। उन्होंने कहा कि याद करें तो 2014 में जब भाजपा सत्ता में आयी थी तो देश की आर्थिक स्थिति काफी खस्ताहाल थी, लेकिन भाजपा के सत्ता में आने के बाद से स्थितियों में एक अभूतपूर्व बदलाव आया है और आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है। रिजर्व बैंक के अनुसार कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संघर्ष के बावजूद इस वर्ष आर्थिक वृद्धि दर 7.4% रहने का अनुमान है।

वहीं आर्थिक मामलों के सचिव के अनुसार यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। नीति आयोग ने भी इस सन्दर्भ में सकारात्मक अनुमान व्यक्त किया है। नीति आयोग के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 7.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी और यह 7.8 प्रतिशत के स्तर को छू सकती है। हकीकत में विपक्ष के तमाम दुष्प्रचार के बावजूद आज भारत दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन चुकी है, जिसकी तस्दीक आज दुनिया की तमाम प्रख्यात एजेंसियां कर रही हैं।

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संयुक्त राष्ट्र द्वारा हालिया जारी की गयी एक रिपोर्ट में भारत की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट के चीन से ज्यादा मजबूत रहने की बात कही गयी है तथा साथ ही मौजूदा वित्त वर्ष में इसके 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। इसके अलावा क्रिसिल, वर्ल्ड बैंक, आइएमएफ आदि ने भी केंद्र सरकार के आर्थिक सुधारों की जमकर तारीफ करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती की सराहना की है।

श्री रंजन ने आगे कहा कि  केंद्र सरकार के प्रयत्नों से भारतीय अर्थव्यवस्था की अंतर्राष्ट्रीय जगत में हो रही प्रशंसा से सबसे अधिक दुखी कांग्रेस और उसके सहयोगी हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल में इसे रसातल में पंहुचाने में कोई कसर नही छोड़ी थी। यूपीए सरकार के अंतिम तीन सालों की अर्थव्यवस्था की गति पर गौर करें तो ये 2011-12 में 6.7, 2012-13 में 4.5 और 2013-14 में 4.7 प्रतिशत थी। वहीं बीते तीन साल के मोदी सरकार के कार्यकाल पर गौर करें तो 2014-15 में 7.2, 2015-16 में 7.6 थी, वहीं 2016-17 में 7.1 है। जाहिर है कि बीते तीन सालों में जीडीपी ग्रोथ रेट 7 से ज्यादा रही है, जबकि यूपीए के अंतिम तीन सालों के औसत जीडीपी ग्रोथ रेट 5.3 ही रही है। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि केंद्र की साफ़ नियत और सही विकास से आज देश नए भारत के संकल्प की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा है।

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