बस में  बिजली करंट दौड़ा, 3 लोगों की मौत, 27 घायल

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दुर्घटना के बाद जुटी भीड़
दुर्घटना के बाद जुटी भीड़

नवादा। बस में  बिजली करंट दौड़ा, 3 की मौत हो गयी और  27 घायल लोग घायल हैं। घटना नवादा जिले के कौवाकोल थाना क्षेत्र में योगिया स्थान के पास हुई है। थाना इलाके के महुडर के कलना जंगल में योगिया स्थान के निकट एक टेंपो को बचाने  के लिए जय मां चामुंडा बस सड़क के किनारे से गुजर रही थी कि झूल रहे 11000 वोल्ट के हाईटेंशन तार की चपेट में बस आ गयी गई।

घटना स्थल पर ही झुलस कर 3 यात्रियों की मौत हो गई। वहीं 27 घायल हो गए। घायलों में आठ लोगों की स्थिति चिंताजनक बताई जाती है। जिसमें से चार को पीएमसीएच के लिए रेफर किया गया। सदर अस्पताल नवादा में घायलों ने बताया कि कौवाकोल थाने के मड़पो गांव  के साधु मिस्त्री और सुदामा मिस्त्री अपनी मन्नत पूरी होने के बाद जमुई के बटिया जंगल  में अवस्थित झूमर स्थान में अवस्थित झूमर बाबा के मंदिर बलि देने जा रहे थे।

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इस खुशी के मौके पर उनके  40 लोग  (सम्बन्धी) बस में सवार थे। बस जैसे ही कलना जंगल के जोगिया स्थान के निकट पहुंची, टेंपो लापरवाहीपूर्ण तरीके से सामने आ गया। उसे बचाने के चक्कर में बस को सड़क के किनारे करना पड़ा। वहां झूल रहे हाई टेंशन तार में बस सट गई।

बस में आए करंट के कारण मड़पो गांव के ही पूर्व मुखिया संजय साव, उनके पुत्र सौरभ कुमार, युगल राय उर्फ मटर राय  की मौत हो गई। 27 गंभीर रूप से घायल लोगों को सदर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से गंभीर रूप से घायल 4 लोगों को पटना भेजा गया।

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एक को पावापुरी मेडिकल कालेज अस्पताल भेज गया है। अस्पताल में भी 3 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीओ अनु कुमार सदर अस्पताल पहुंचकर करंट से झुलसे लोगों का इलाज करा रहे हैं। बावजूद अस्पताल की कुव्यवस्था के कारण सही तरीके से इलाज संभव नहीं हो पा रहा।

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यही वजह है कि कुछ गंभीर रूप से घायलों को पटना   नहीं भेजा गया, तो उनकी जान बचाना भी मुश्किल होगा। अस्पताल में कोहराम मचा  है। ग्रामीण ₹1000000 मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा भी कर रहे हैं। लू से काफी संख्या में मौत के बावजूद सदर अस्पताल में इलाज के स्तर में सुधार नहीं हो पाया है। नवादा का सदर अस्पताल मौत का घर बन कर रह गया है।

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