सरदार पटेल भारत की एकता और अखण्डता के प्रतीकः रघुवर

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पटेल जयंती पर एकता के लिए दौड़ी रांची, मुख्यमंत्री भी हुए शामिल

रांची। सरदार पटेल आज भी प्रासंगिक हैं। वे देश की एकता और अखण्डता के प्रतीक हैं। आज देश को तोड़ने वाली शक्तियां पूर्व के मुकाबले ज्यादा सक्रिय हैं। कोई जातिवाद के नाम पर, कोई संप्रदाय के नाम पर और कोई भारत माता तेरे टुकड़े होंगे के नाम पर देश को तोड़ने के लिए सक्रिय है। ऐसी शक्तियों को मुंहतोड़ जवाब देने की हमें जरूरत है। सरदार पटेल, जिन्होंने आजादी के बाद 550 से ज्यादा रियासतों को देश में शामिल कर, देश की एकता को मजबूत करने का काम किया था, आज उनके जन्मदिन के अवसर पर हम संकल्प लें कि देश की एकता और अखंडता को हम अक्षुण्ण रखेंगे। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहीं। वे राष्ट्रीय एकता दिवस पर रांची में आयोजित रन फॉर यूनिटी में भाग लेने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जातिवाद के नाम पर, संप्रदाय के नाम पर, वोट बैंक की राजनीति में देश की एकता से खिलवाड़ नहीं करेंगे। ये संकल्प हमें लेने की जरूरत है। हमें आंतरिक और बाह्य दोनों विघटनकारी शक्तियों से मिलकर निपटना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरे देश में एकता के लिए रन फार यूनिटी का आयोजन हो रहा है। रांचीवासियों समेत पूरे राज्य में रन फॉर यूनिटी में शामिल स्कूल के बच्चों, हमारे जवानों, कस्तुरबा गांधी विद्यालय की बच्चियों को बधाई, जिन्होंने सुबह-सुबह आज देश की एकता के लिए दौड़ में शामिल हो कर दुनिया को ये दिखाने का काम किया कि जब भी देश पर आंच आयेगी, तब देश की सवा सौ करोड़ आबादी हमेशा साथ खड़ी रहेगी। महात्मा गांधी और एकता के प्रतीक सरदार पटेल, जिन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी, उनकी तरह हम भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं, ये संदेश पूरी दुनिया में गया है। भारत माता की कोख से अनेक महापुरुषों ने जन्म लिया। ऐसे ही एक महापुरुष सरदार पटेल भी थे। पहले आजादी और फिर आजाद भारत में देश की एकता और अखंडता  के लिए उन्होंने जो काम किया, वह अतुलनीय है, लेकिन उन्हें सम्मान देने का काम आजादी के 70 साल बाद आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।

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सरदार पटेल जी की जयंती पर देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का लोकार्पण किया है। 182 मीटर की सरदार पटेल की यह प्रतिमा दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा है। यह सम्मान उन्हें बहुत पहले दे दिया चाहिए था, लेकिन देश में वर्षों से शासन करने वाले लोगों ने ऐसे महापुरूषों को दरकिनार करने का काम किया। जबसे श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सरकार आयी, भारत सरकार ने 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को भी उनकी पुण्यतिथि पर नमन किया।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने सैनिक मार्केट से रन फॉर यूनिटी को रवाना किया। वे स्वयं भी इसमें शामिल होकर पैदल ही अलबर्ट एक्का चौक पहुंचे। यहां उन्होंने परेड को सलामी दी। इसमें जैप, कस्तुरबा गांधी व अन्य स्कूलों की छात्राओं ने मार्च पास्ट किया।

कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री श्री सीपी सिंह, कल्याण मंत्री श्रीमती लुईस मरांडी, स्वास्थ्य मंत्री श्री रामचंद्र चंद्रवंशी, शिक्षा मंत्री श्रीमती नीरा यादव, सांसद श्री रामटहल चौधरी, विधायक श्री नवीन जायसवाल, श्री रामकुमार पाहन, डॉ जीतू चरण राम, मेयर श्रीमती आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर श्री संजीव विजयवर्गीय, मुख्य सचिव श्री सुधीर त्रिपाठी, गृह विभाग के प्रधान सचिव श्री एसकेजी रहाटे, डीजीपी श्री डीके पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, डीजी (जैप) श्री नीरज सिन्हा, डीजी (मुख्यालय) श्री पीआरके नायडू, रांची के नगर आयुक्त श्री मनोज कुमार समेत बड़ी संख्या में गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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