रांची। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह आईपीआरडी के सचिव डॉ. सुनील कुमार वर्णवाल ने कहा कि राज्य में मिजिल्स रूबेला वैक्सीन टीकाकरण अभियान को शत प्रतिशत सफल बनाने हेतु प्रचार प्रसार के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। 9 माह से 15 वर्ष के बच्चों को सुरक्षित भविष्य के लिए बच्चों में मिजिल्स-रूबेला का टीकाकरण हो, इसे सुनिश्चित करें। मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान 26 जुलाई 2018 से पूरे राज्य में शुरू किया जा रहा है। इस अभियान के तहत राज्य के सभी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में कैंपेनिंग कार्यक्रम चलाया जाएगा। उक्त बातें डॉ वर्णवाल ने सूचना भवन के कांफ्रेंस हॉल में राज्य के सभी जिला जनसंपर्क पदाधिकारियों के साथ यूनिसेफ झारखण्ड द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही।
डॉ वर्णवाल ने सभी जिला जनसंपर्क पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जिलों में संचार समन्वय हेतु एक कार्य योजना तैयार कर प्रचार-प्रसार करें। उन्होंने कहा कि मिजिल्स- रूबेला वैक्सीन टीकाकरण से संबंधित फायदों को जन-जन तक पहुंचाएं। पूरे राज्य में लगभग एक करोड़ 17 लाख बच्चों में टीकाकरण किए जाने का लक्ष्य है। राज्य से कुपोषण और दिव्यांगता उन्मूलन हेतु सरकार प्रतिबद्ध प्रयास कर रही है। इस टीकाकरण अभियान के अंतर्गत राज्य के 9 माह से 15 वर्ष के बच्चों में टीकाकरण कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आने वाले भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए मीजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान पूरे राज्य में मिशन मोड में चलाएं। डॉ वर्णवाल ने कहा कि इस अभियान के उद्देश्य को तभी पूरा किया जा सकता है, जब सभी जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अपने स्तर से प्रतिबद्ध प्रयास करेंगे। जिला, प्रखंड एवं पंचायतों में नुक्कड़ नाटक टीम, LED वेन, सोशल मीडिया, हार्डिंग इत्यादि के माध्यम से प्रचार प्रसार करें। 26 जुलाई से पूर्व इस टीकाकरण अभियान का प्रचार प्रसार बेहद ही जरूरी है। उन्होंने बताया कि अब तक पूरे देश में लगभग आठ करोड़ बच्चों को यह टीका लगाया जा चुका है।
कार्यशाला में यूनिसेफ की कम्युनिकेशन हेड मोइरा दावा ने सभी जिला जनसंपर्क पदाधिकारियों को मीजल्स रूबेला वैक्सिंग से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। तकनीकी सत्र में डॉ वीणा सिन्हा, उप निदेशक, चाइल्ड वेलफेयर डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर एवं सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड के मास कम्युनिकेशन एचओडी प्रोफेसर देव व्रत सिंह ने विस्तृत जानकारी दी एवं आवश्यक सुझाव भी जिला जनसंपर्क पदाधिकारियों से प्राप्त किया।