राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने डॉ भीमराव आंबेडकर भवन का किया शिलान्यास

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डेस्क :राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य मंगलवार को डा. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक कल्याण एवं शिक्षा समिति द्वारा गांव खानपुर रोड़ान में आयोजित सामाजिक समरसता सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे  राज्यपाल ने गांव में बनने वाले डा. भीमराव अम्बेडकर भवन का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डा. अम्बेडकर जी ने गरीबों के उत्थान के लिए तीन सूत्र दिये शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो। संविधान के रचियता बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर ने देश को एकसूत्र में पिरोने का काम किया। उन्होंने समाज में दबे-कुचले और गरीब लोगों को आगे लाने के लिए शिक्षा के अवसर उपलब्ध करवाए। कोई भी इन्सान ऊंचा उठना चाहे तो वह शिक्षा, संघर्ष, कड़ी मेहनत, ईमानदारी से ही ऊंचा उठ सकता है।


उन्होंने कहा कि श्री गुरू रविदास जी के साथ ही श्री गुरू नानक देव जी, महात्मा बुद्ध जी, कबीरदास जी, महात्मा ज्योतिबा फुल्ले और बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर जी का चिंतन दर्शन समाज में एक नया सामाजिक एवं सांस्कृतिक परिवर्तन कर रहा है। इन महापुरूषों में संत शिरोमणी गुरू रविदास जी का नाम बड़े आदर से लिया जाता है। संत गुरू रविदास महाराज जी पूरी मानव जाति के पथ-प्रदर्शक थे। सन्त शिरोमणी गुरू रविदास जी ऐसे समाज की कल्पना करते थे जहां सबको भोजन मिले, कोई भी भूखा न सोये और छोटे बड़े की कोई भावना न रहे, सभी मनुष्य समान हो। उन्होंने कहा कि आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती जी ने पूरे देश मे छुआछूत को मिटाने के लिए आन्दोलन चलाया था। उन्होंने अछूतों को गले लगाया, बेटियों को शिक्षित बनाने तथा विधवा विवाह जैसे अनेक समाज सुधार के कार्य किये थे। पण्डित दीन दयाल जी ने अपने एकात्म मानववाद में अन्त्योदय का संदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमन्त्री ने सन्त गुरू रविदास जी महाराज, कबीरदास जी, महात्मा ज्योतिबा फुल्ले जी, बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर जी तथा स्वामी दयानंद सरस्वती जी के सामाजिक समरसता के विचार को अपनाकर राष्ट्रीय एकता, राष्ट्रवाद तथा राष्ट्र सुरक्षा की भावना को सुदृढ़ करने का कार्य किया हैं। इससे राष्ट्र और समाज मजबूत हुआ है। हम सबों का यह कर्तव्य बनता है कि हम महापुरूषों के समतामूलक विचारों को आगे बढ़ाएं। हम बच्चों को शिक्षित बनाकर संस्कारित करें ताकि वे राष्ट्र एवं समाज की तरक्की में अपना योगदान दे सके। उन्होंने ग्रामीण वासियों से अपील की जो भी व्यक्ति शराब पीता हो वह शराब छोड़ दे तथा उन पैसों को अपने बच्चों की शिक्षा में लगाए। इस मौके पर राज्यपाल ने 11 लाख रुपए डा. भीमराव अम्बेडकर भवन के लिए और 11 लाख रुपए समाज सेवा समिति कुरुक्षेत्र के लिए देने की घोषणा की है।

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