लॉक डाउन में शुरू हुआ नियमित टीकाकरण कार्यक्रम

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लॉक डाउन में के बावजूद वाराणसी जिले में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। टीकाकरण से गर्भवती व बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
लॉक डाउन में के बावजूद वाराणसी जिले में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। टीकाकरण से गर्भवती व बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

वाराणसी। लॉक डाउन में के बावजूद वाराणसी जिले में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। टीकाकरण से गर्भवती व बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए शासन ने जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के लिए बेहतर कदम उठाया है। शासन के निर्देशानुसार और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जनपद की गर्भवती महिलाओं और बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए नियमित टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया गया। बुधवार को जनपद के हॉट स्पॉट इलाकों को छोड़कर सभी स्वास्थ्य केंन्द्रों व उपकेन्द्रों पर ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के दौरान नियमित टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साथ ही नियमित जांच की गई एवं दवाएं भी वितरित की गईं। इस दौरान सोशल डिस्टैंसिंग और लॉकडाउन के नियमों का अनुपालन भी किया गया।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वीबी सिंह ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार नियमित टीकाकरण कार्यक्रम पिछले बुधवार से प्रारम्भ किया गया। यह कार्यक्रम हॉट स्पॉट इलाकों को छोड़कर सभी जगह प्रत्येक बुधवार और शनिवार को आयोजित किया जाएगा। सोशल डिस्टैंसिंग और लॉक डाउन का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि टीकाकरण से शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता मिलती है, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर तथा समुदाय में स्वास्थ्य  के स्तर में सुधार लाया जा सकता है।

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जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं एसीएमओ डॉ वीएस राय ने बताया कि शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार बताया गया कि दोनों दिवसों की रिपोर्ट अगले सप्ताह सोमवार को निश्चित रूप से भेजी जाए। इसी क्रम में हॉट स्पॉट इलाकों को छोड़कर जनपद में पिछले सप्ताह 589 टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए, जिसमें 2,388 गर्भवती महिलाओं और 7,314 बच्चों का टीकाकरण किया गया।

डॉ वीएस राय ने बताया कि वैक्सीन शरीर में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस को पहचान कर उन्हें नष्ट करने के लिए एंटीबॉडीज बनाने का कार्य करती है। टीकाकरण समय से होने पर गर्भवती और बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का कार्य करता है। गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए ही गर्भावस्था और बच्चों में जन्म के समय से ही टीकाकरण शुरू कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि अक्सर गर्भावस्था के समय महिलाओं में रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इससे गर्भवती और गर्भ में पल रहे शिशु को स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। जच्चा-बच्चा को बीमारियों से बचाने का सबसे सरल तरीका टीकाकरण ही है।

सेवापुरी सीएचसी के अंतर्गत जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने ब्लॉक के तीन गाँव रामपुर प्रथम, लोहरडीहा और गजापुर में टीकाकरण सत्र का जायज़ा लिया। उन्होने बताया कि  लॉकडाउन में भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित टीकाकरण कार्यक्रम सफलता पूर्वक कराया जा रहा है।

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