मुंबई पुलिस कहां सोई थी, अब पकड़े जा रहे नशे के बड़े सौदागर

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मुंबई की स्काटलैंड पुलिस अब तक कहां थी! केंद्र सरकार के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एन.सी.बी.) के दस्ते इन दिनों मुंबई में प्रभावशाली लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं।
मुंबई की स्काटलैंड पुलिस अब तक कहां थी! केंद्र सरकार के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एन.सी.बी.) के दस्ते इन दिनों मुंबई में प्रभावशाली लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं।
  • सुरेंद्र किशोर
सुरेंद्र किशोर, वरिष्ठ पत्रकार
सुरेंद्र किशोर, वरिष्ठ पत्रकार

मुंबई की स्काटलैंड पुलिस अब तक कहां थी! केंद्र सरकार के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एन.सी.बी.) के दस्ते इन दिनों मुंबई में प्रभावशाली लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं। बड़े-बड़े नाम वाले भी एन.सी.बी. की गिरफ्त में आ रहे। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद एन.सी.बी. ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। अब देश के लोगों को भी यह पता चल रहा है कि महाराष्ट्र के सत्ताधारी दलों से जुड़े कई लोगों पर ड्रग्स के व्यापार का आरोप लग रहा है।

यदि अन्य दलों से जुड़े लोगों पर इस तरह का आरोप लग रहा है तो उन्हें भी पकड़ा जाना चाहिए।  उन्हें मुंबई पुलिस पकड़े, यदि उनके खिलाफ एन.सी.बी. कुछ नहीं कर रही है। इससे पहले मुंबई पुलिस के बारे में उद्धव सरकार कह रही थी कि वह तो स्काटलैंड यार्ड पुलिस की तरह ही कार्य कुशल है। लोग अब समझ रहे हैं कि मुंबई पुलिस ने सुशांत की मौत से पहले तक ड्रग्स के किसी कारोबारी पर शायद ही हाथ डाले थे!

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वोहरा कमेटी की रपट (1993) में ड्रग्स के सौदागरों की ताकत व संरक्षण का विवरण मौजूद है। (Sv.mr.yr.)वैसे मुंबई पुलिस की कार्यकुशलता का पता तभी चल गया था, जब उसने सुशांत और दिशा सालियान की मौत की जांच के सिलसिले में जान बूझकर आपराधिक लापरवाही बरती। ऐसा उसने किन हस्तियों के इशारे पर किया, शायद आने वाले दिनों में कभी उसका भी खुलासा हो जाए!

हां, अब मुंबई पुलिस अर्नब गोस्वामी के खिलाफ कार्रवाई में जरूर अपनी ‘‘कार्य कुशलता’’ का भरपूर इस्तेमाल कर रही है। जिन पर भी केस बने, उनके खिलाफ कार्रवाई करे। इस पर किसी को एततराज नहीं होना भी नहीं चाहिए। यदि वह सभी तरफ नजर रखेगी तो उस पर कोई आरोप भी नहीं लगाएगा।

कितना अच्छा होता यदि मुंबई पुलिस और एन.सी.बी. के अफसर एक गुप्त बैठक करके तय करते कि हम दिल्ली के सत्ताधारियों से जुड़े स्थानीय लोगों पर कार्रवाई करते हैं, आप महाराष्ट्र सरकार से जुड़े कानून तोड़कों पर कार्रवाई करते हैं। ऐसा हुआ तो दाऊद के राजनीतिक-गैर राजनीतिक गुर्गे सचमुच कमजोर होंगे। शायद इससे ड्रग्स के कारोबार पर अंकुश भी लग जाए।

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