भोजपुर में कहर बन कर गिरी आकाशीय बिजली, 6 झुलसे

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आरा। बारिश का जितनी बेसब्री से किसानों को इंतजार था, वह आयी तो जरूर, लेकिन वज्रपात की घटनाएं भी इस दौरान कई जगहों पर कहर बन कर टूट पड़ी। भोजपुर जिले के बेलाउर गांव के पूरब पट्टी बधार में मंगलवार की सुबह किसान अपने खेतों में जब धान रोप रहे थे, तभी बिजली चमकी और कड़क के साथ गिरी। इस क्रम में वज्रपात से छह लोग झुलस गये। घायलों को तुरंत अस्पताल पहंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। घटना जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव की है। देश में इस साल सिर्फ दो महीने- मई और जून में आकाशीय बिजली गिरने से 1006 लोगों की मौत हो गयी।

घायलों में चार लोगों की हालत नाजुक थी। वे इलाज के बाद पहले से बेहतर हैं। घायलों में चंद्रमौलि दुबे (बेलाउर), शिवजोगी चौधरी (बेलाउर), विजय चौधरी (बेलाउर) हैं, जबकि दो मजदूर उदवंतनगर थाना के चकरदह के रहने वाले हैं। उनका इलाज गांव के ही पीएचसी में चल रहा है। मालूम हो कि जिले में पिछले 48 घंटे से भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग की सूचना के मुताबिक अभी दो-तीन दिनों तक बारिश रुक-रुक कर होने की संभावना है।

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राज्य सरकार आकाशीय बिजली जैसी घटनाओं पर होने वाली मौत के मामले में चार लाख रुपये का मुआवजा देती है। इसके लिए जिलाधिकारियों को पहले से स्टैंडिंग निर्देश सरकार की ओर से मिला हुआ है। सांप काटने की घटनाएं भी बारिश के मौसम में बढ़ जाती हैं। ऐसे मामलों में भी मौत पर मुआवजे का प्रावधान है।

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देश में इस साल मानसून पूर्व मई-जून के महीने में वज्रपात से 1006 लोगों की मौत हुई थी। राज्यसभा में 18 जुलाई को गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने बताया था कि अकेले उत्तर प्रदेश में इस साल मई-जून के दो महीने में 252, ओड़िशा में 97, बंगाल में 74, केरल में 71, कर्नाटक में 71 लोगों की मौत वज्रपात से हुई। बिहार की संख्या भी उल्लेखनीय थी। सिर्फ एक दिन 8 जून को बिहार में वज्रपात से 11 लोगों की मौत हो गयी थी और 13 घायल हुए थे।

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