बिहार में 7 IAS अफसर और 11 जेल अधीक्षक इधर से उधर

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पटना। बिहार में आज दो स्तर पर बड़े तबादले हुए। एक तरफ सात आईएएस इधर से उधर हुए तो दूसरी तरफ 11 जेलों के काराधीक्षक बदल दिये गये। काराधीक्षकों के तबादले हाल में जेलों में छापे के बाद डीएम के निर्देश पर किये गये हैं।

इधर राज्य सरकार ने कई IAS अधिकारियों के कार्यभार में फेर-बदल किया है। राज्य के वरीय IAS अधिकारी संसदीय कार्य विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह को राज्य सरकार ने विकास आयुक्त के पद पर तैनात किया है। उनके पास निगरानी विभाग के प्रधान सचिव और बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा।

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आनंद किशोर की पटना आयुक्त के पद से छुट्टी हो गई है। उन्हें अब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का स्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। आनंद किशोर की जगह रॉबर्ट ऑल चोंगथु पटना के नए कमिश्नर होंगे। पर्यावरण एवं वन विभाग के प्रधान सचिव त्रिपुरारी शरण को जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। त्रिपुरारी शरण इसके अलावा क्षेत्रीय विकास आयुक्त सह अध्यक्ष स्काडा के भी अतिरिक्त प्रभार में होंगे।

शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन को संसदीय कार्य विभाग के प्रधान सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार को मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग का प्रधान सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इसके अलावा कारा महानिरीक्षक मिथिलेश मिश्र को अगले आदेश तक महानिदेशक अभियोजन का अतिरिक्त प्रभार मिला है।

मंगलवार को ही सरकार ने बड़े पैमाने पर कारा अधीक्षकों का तबादला किया है। ये तबादले जेल में व्याप्त अव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए किया गया है। जानकारी के अनुसार बिहार सरकार ने प्रशासनिक सुधारों के मद्देनजर यह कदम उठाया है। बिहार सरकार के गृह विभाग ने एक साथ 11 जिलों की जेलों में तैनात जेल अधीक्षक का तबादला कर दिया है। गृह विभाग के कारा एवं सुधार सेवाएं अधीक्षणालय ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। इसके अनुसार सभी जेल अधीक्षकों का तबादला संबंधित जिलों के DM की अनुशंसा पर किया गया है। इन्हें तत्काल अपना पदभार सौंप कर स्थानांतरित किये गए जिलों में प्रभार लेने का निर्देश भी दिया गया है। बता दें कि कुछ दिन पूर्व सरकार के निर्देश पर एक दिन एक ही समय बिहार की सभी जेलों में एक साथ छापेमारी कराई थी। उस वक्त कई जेलों में अव्यवस्था की पोल खुली थी।

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