पिछड़ा-अतिपिछड़ा आयोग के लिए केंद्र प्रतिबद्धः भाजपा

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पटना। लोकसभा में पिछड़ा-अतिपिछड़ा आयोग के गठन का बिल दुबारा पास करवाने के लिए केंद्र सरकार का आभार प्रकट करते हुए प्रदेश भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक श्री राजीव रंजन ने विपक्ष से आगे इस मसले पर सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा- यह बात किसी से छिपी नही है कि देश की सबसे बड़ी आबादी यानी पिछड़ा-अतिपिछड़ा समाज के समग्र विकास के लिए पिछड़ा-अतिपिछडा आयोग का गठन अति आवश्यक है।

भाजपा इस बात को अच्छे से समझती है, इसीलिए विपक्षी दलों के बार-बार अडंगा डालने के बावजूद कल दूसरी बार इससे संबंधित विधेयक को केंद्र ने लोकसभा में पास करवाया। अब आगे के लिए विपक्षी दलों से हमारा आग्रह है कि इस मसले पर अपनी सतही राजनीति चमकाने के बजाए इस विधेयक को राज्यसभा में पारित करवाने में हमारा सहयोग करें। उन्हें समझना चाहिए कि अतिपिछडा समाज सिर्फ वोटबैंक नही है, बल्कि इनका भी देश के संसाधनों और विकास पर बराबर का हक़ है। उन्हें समझना होगा कि पिछड़ा अतिपिछडा आयोग वर्षों से शोषण का शिकार हुए इस समाज के लोगों हक है और इसे पारित करने में भाजपा का सहयोग कर वह इस समाज पर कोई अहसान नही करने वाले बल्कि अपना वर्षों पुराना वादा ही निभाने वाले हैं। इसलिए हमारी उनसे अपील है कि इस मसले पर खुद से पहले इस समाज के बारें में सोचें, नही तो आने वाले चुनावों में जनता उन्हें इसका माकूल जवाब देगी।

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भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा- इस समाज के लोगों के पिछड़ेपन की सबसे बड़ी वजह पिछडो के कुछ स्वयंभू नेता हैं, जिनकी वजह से इस समाज को अपनी संख्या के हिसाब से न तो सत्ता में हिस्सेदारी मिल पायी है और न अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में। देश गवाह है कि कैसे पिछड़ों के इन स्वघोषित नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस समाज को आज तक आपस में बाँटे रखा है। अगर इस समाज के लोग इनके बहकावे में न आकर केवल अपनी आपसी एकजुटता को बनाए रखें तो इस समाज में अपने आप में एक महाक्रांति आ जाएगी और उन्हें राजनीति,रोजगार और व्यवसाय आदि सभी क्षेत्रों में काफ़ी सहयोग और ताकत मिलेगी।

पिछड़ा-अतिपिछड़ा समाज के लोग भी यह जान लें कि समय आ गया जब उन्हें खुद अपने हक के लिए आगे बढ़ना होगा जो कि केवल आपसी एकता और जागरूकता से ही संभव है। इस समाज को एकजुट करने और उनके खोए सम्मान को फिर से बहाल करने के लिए आगामी 5 अगस्त को राजगीर में हम पिछड़ा-अतिपिछडा महासम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं, जिसे अगले चार महीनो में राज्य के समस्त जिलों में भी आयोजित किया जाएगा। हमे पूर्ण विश्वास है कि हमारे प्रयास रंग लाएंगे और आने वाले समय में यह समाज एकजुट हो तरक्की के रास्ते पर बढ़ता जाएगा।

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