पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान ने शपथ ली

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Islamabad: In this photo released by Pakistan's Press Information Department, Pakistani President Mamnoon Hussain, center, administers oath to newly-elected Prime Minister Imran Khan, left, at Presidential Palace in Islamabad, Pakistan, Saturday, Aug. 18, 2018. Pakistan's cricket star-turned-politician Imran Khan was sworn in as prime minister on Saturday despite protests by opposition parties, which accuse the security services of intervening on his behalf in last month's elections. AP/PTI(AP8_18_2018_000042B)

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान ने शनिवार को शपथ ली। उनके शपथग्रहण समारोह में पूर्व भारतीय क्रिकेटर और नेता नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल हुए।

इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में पंजाब सरकार में मंत्री और कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तानी सेना के चीफ कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर भाजपा ने कड़ी आलोचना की है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि ‘जनरल बाजवा से गले मिलना कोई साधारण बात नहीं। यह एक जघन्य अपराध है। पीओके के राष्ट्रपति को सिद्धू के बगल में क्यों बैठाया गया, इस पर भी भाजपा ने कांग्रेस की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं।

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शपथग्रहण में शामिल होने के बाद सिद्धू ने  संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘हां मैंने उन्हें गले लगाया। इस दौरान उन्होंने मुझसे कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है। आज सुबह जनरल बाजवा मेरे पास आए और कहा कि हम गुरु नानक देव की 550वीं जयंती समारोह पर करतारपुर मार्ग खोलने की सोच रहे हैं।

समारोह के दौरान सिद्धू को पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) के प्रेसिडेंट मसूद खान के बगल में बैठाया गया। भारत और पाक के बीच पीओके को लेकर वर्षों से विवाद जारी है। पीओके को भारत सरकार मान्यता नहीं देती है। सिद्धू के बाजवा से गले मिलने की देश में तीखी आलोचना हो रही है।

सिद्धू ने कहा, ‘मैं वापस जाकर अपनी सरकार को बातचीत के लिए प्रेरित करने की कोशिश करूंगा। एक कदम आप चलो और दो कदम हम चलेंगे, तब जाकर दोनों देशों के बीच ये दूरी खत्म होगी। कब तक हम खून के समंदर में तैरते रहेंगे। जोड़ने वालों को मान मिलता है।’

इमरान की तारीफ में सिद्धू ने कहा कि ‘वह पाकिस्तान का भविष्य हैं। हर नागरिक को इमरान खान से उम्मीद है। उन्हें दोस्ती के साथ आगे बढ़ना होगा। राजनीतिक गलती नहीं करनी है। मैं एक मोहब्बत का पैगाम हिंदुस्तान से लाया था। जितनी मोहब्बत मैं लेकर आया था, उससे 100 गुना ज्यादा मोहब्बत सूद समेत वापस हिंदुस्तान लेकर जा रहा हूं। जो सम्मान पाकिस्तान ने मुझे दिया, उसे मैं ताउम्र याद रखूंगा।

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